पति पत्नी का प्यार : बेटी चुदाई को बेकरार (भाग-२)

डियर फ्रेंडस,
ये सामाजिक अनुमति है उन लोगो के लिए जो शादी के बंधन में बंधकर जीवन जीते हैं, वो शारीरिक सम्बन्ध बनाते हैं और एक दूसरे के पूरक होते हैं चाहे बिस्तर पर या बाहर तो मेरी १८ साल की उम्र तो कहिए कि पोर्न मूवी और कुछ सेक्स की किताबें पढ़कर मन सेक्स की ओर जाने लगा था लेकिन इस अवस्था में किसी के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाना जोखिम भरा था तो मेरे डैड मॉम का कड़ा अनुशासन मुझे बंधन में बांध रखा था। पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मेरे डैड और मॉम नग्न हाल में बेड पर सेक्स कर रहे थे तो मैं अपनी चूत को उंगली करके रसीला बना दी, वो दोनों वाशरूम घुसे तो मैं अपने रूम आकर बेड पर लेट गई लेकिन मेरी इच्छा मॉम की चुदाई देखने की हो रही थी तो उठकर रूम से निकली लेकिन अपने स्कर्ट के अंदर की पेंटी जोकि गीली हो चुकी थी को वाशरूम में छोड़ दूसरी पेंटी पहनने की सोच रही थी लेकिन चूत को नंगा ही रहने दी और साथ ही एक मोमबत्ती लेकर डायनिंग हॉल आई फिर खिड़की के पास खड़ी होकर अंदर झांकने लगी तो फिलहाल तेज बारिश थम सी गई थी लेकिन बेड पर मॉम उत्तर और दक्षिण दिशा में डॉगी स्टाइल में थी तो मुझे डैड का लंबा और मोटा लंड चूत में घुसते निकलते दिख रहा था, मॉम की दोनों चूचियां सीने से झुल रही थी तो रेखा अपनी गोल गुंबदाकार गान्ड को हिलाते हुए चुदाने में मस्त थी तो डैड उसकी चूतड पर हाथ रख दे दनादन चोदने में लगे हुए थे, काफी तेज गति से मॉम की चूत चुदाई हो रही थी और तभी मैं अपना एक पैर कुर्सी पर रख जांघें फैलाए चूत में मोमबत्ती घुसाने लगी फिर आधा घुसते ही थोड़ा दर्द होने लगा और मैं आधे केंडल से ही चूत को चोदते हुए मॉम की चुदाई देख रही थी ” उह ओह चोद चोद और तेज फाड़ दे
( डैड मॉम की चूची पकड़ दबाने लगे ) तेरी चूत तो घोड़े के लंड से ना फटे फिर मेरे लंड की क्या औकात ” और दीपा मॉम की चुदाई देखते हुए अपनी चूत में मोमबत्ती करती रही।
डैड की मोटी लंबी लंड देख मैं भूल चुकी थी कि ये मेरे डैड हैं, सिर्फ उनके लंड को अपने चूत में घुसेड़ लेना चाहती थी, शायद मेरी ये चाहत कभी पूरी नहीं हो लेकिन कल्पना लोक में खो जाना इंसानी स्वभाव है और मॉम अब अपने कमर को स्थिर किए बोलने लगी ” अब बस भी करो बुर को ६-७ मिनट से चोद चोदकर लहरा दिए हो
( डैड मॉम की चूत से लंड निकाल बोले ) तू रेस्ट कर मैं जरा मुत्कर आता हूं ” तो उनका लंड पूरी तरह से अकड़ा हुआ था, गोल गुलाबी सुपाड़ा को देख अपने ओंठ पर जीभ फेरते हुए मोमबत्ती को बुर से निकाल दी फिर कुर्सी पर बैठ देखी की मॉम बेड पर टांगे फैलाए लेट गई है। मॉम की मोटी जांघें और गुलाबी गद्देदार चूत की मोटी फांकें वाकई साली लगती नहीं थी कि मेरे जैसी छोकरी की मॉम होगी, बिल्कुल बदन कसा हुआ तो चूची हो या चूतड सब शेप में, कुछ देर के बाद डैड बेड पर आए तो बिल्कुल ही नग्न और उनका कसरती बदन साथ ही मोटी जांघें देख बुर में खुजली होने लगी तो उनका मूसल लंड ८-९ इंच लम्बा और ढाई इंच मोटा होगा। डैड मॉम के जांघों को फैलाकर लंड पकड़े बैठे फिर सुपाड़ा को चूत के छेद पर रख आराम से अंदर पेल दिए तो मैं अब अपनी उंगली बुर में घुसाने लगी और मॉम आधा लंड निगलकर आराम से लेटी रही तो डैड उसके एक बूब्स पकड़ दबाते हुए जोर का धक्का दे मारे और मॉम जोर से चिल्लाई ” अबे निख्ट्टू अगर लंड में जान नहीं है तो तिरछा वार चूत में करता है
( डैड मॉम पर सवार होकर चोदते रहे और मैं अपने सामने मॉम की चुदाई देख प्रसन्न थी ) अगली बार तुमको दूसरे मर्द से चुद्वाता हूं तब बाप बाप करोगी ” और मॉम क्या खाक डैड से घबड़ाती उल्टे ही चूतड उछाल उछालकर चुदाने लगी। दीपा बुर में उंगली रगड़ते हुए मॉम की मस्त चुदाई देख रही थी तो डैड दे दनादन लंड पेलते हुए हांफने लगे, तभी मॉम अपनी चूतड को स्थिर किए उनके ओंठ चूम ली ” क्या जी आज भांग खाकर आएं हैं क्या
( डैड चोदते हुए ) नहीं बस समझो रस निकलने पर ही है ” तो मॉम अपने गद्देदार गान्ड को उछालना शुरू कर दी और मैं भी फिर से रस छोड़ने वाली थी, तभी डैड बोल पड़े ” ले निकल पड़ा तेरे चूत के लिए माल
( मॉम डैड को बाहों में लिए गाल चूमने लगी ) बहुत मजा आया ” इधर मेरी बुर भी रसीली हो उठी तो मैं अपने रूम जाकर पहले तो वाशरूम में फ्रेश हुई फिर बेड पर आकर सो गई।