भाभी का दूध पी के बहन की चूत मारी

हेलो फ्रेंड्स मेरा नाम मनीष है. और मैं २२ साल का हूँ और अपनी फॅमिली साथ गुजरात में रहता हूँ. आज मैं आपको अपनी एक कहानी बताने जा रहा हूँ जो की बहोत ही मस्त है जिसको पढ़ कर आपको सबको बहोत मजा आने वाला है. पर कहानी बताने से पहले मैं आपको अपने बारे में बताना चाहता हूँ.मैं अपनी फॅमिली साथ रहता हूँ जिसमे मैं मम्मी पापा भैया भाभी और मेरी बेहेन है. पापा अक्सर बहार ही रहते है और मेरी बेहेन स्वीटी भी 19  साल की है और स्कूल में जाती है और काफी सेक्सी है.

मेरे भैया की शादी को भी अभी २ साल ही हुए है और उनकी एक बेटी भी है. मेरी भाभी भी बहोत ही सेक्सी है उनको देख कर मेरा दिमाग खराब रहता है. वैसे तो मेरा बहेन को देख कर भी दिमाग खराब ही रहता है.चलो अब मैं काफी कुछ बता ही दिया है अब इसके आगे आपको कहानी में धीरे धीरे पता चल जायेगा. तो अब शुरू करते है.

एक दिन की बात है मैं घर पर था और भाभी भी घर पर थी. मैं अपने कंप्यूटर पर लगा हुआ था और उस समय गर्मिया भी बहोत थी. मैं ऐसे ही फ्री में टाइपिंग कर रहा था की तभी भाभी ने मुझे आवाज दी. मैं भाभी की आवाज को सुन कर उनके पास चला गया और उनसे पूछा की क्या काम है.

तब भाभी ने मुझसे कहा की जा कर दूध ले आओ आज मैं लेने जाना भूल गया था. तो मैं भाभी के याद दिलाने पर दूध लेने चला गया. पर हम जिससे लेते थे उसके पास आज दूध खतम हो गया था क्योकि आज मैं काफी लेट हो गया था. तो मुझे ऐसे ही वापिस लौटना पड़ा.

घर आ कर मैंने भाभी को कहा की दूध ख़तम हो गया है तो भाभी शांत हो गयी. और मैं भी अंदर आ कर फिर से कंप्यूटर पर बैठ गया. अब भाभी ने तो चाय बनानी ही थी तो १० मिनट बाद भाभी मेरे पास चाय ले कर आ गयी. मैं चाय वो भी दूध वाली देख कर हैरान हो गया. तो मैंने भाभी से कहा

मैं – दूध क्या पड़ा था भाभी.

मैं – तो अपने ये चाय कैसे बना दी.

भाभी – मेरे पास दूध था इसलिए बना दी.

मैं उनकी बात को समझ नहीं पाया तब मैं उनसे पूछने लग गया.

भाभी – देख मैं एक औरत हूँ और एक औरत अपने बचे को कहा से दूध पिलाती है.

भाभी की ये बात सुन कर मैं हैरान रह गया और भाभी से कहा.

मैं – छि मैं नहीं पिता.

भाभी – क्यों तुम्हारे भैया को तो ये दूध बहोत मीठा लगता है. और मैंने उन्हें इस दूध की कई बार चाय भी बना कर दी है.

मैं – अच्छा भाभी और भैया को ये पसंद हे.

भाभी -हाँ और तू भी ज्यादा भोला मत बन क्योकि मैं जानती हूँ की मेरी पेंटी डेली तू ही बर्बाद करता है.

मैं भाभी के मुँह से ये सब सुन कर हैरान था और मैं चाहता था की अब मैं भी खुल जाऊ जिस तरह भाभी खुल गयी है पर अभी भी दर रहा था.

मैं – हम्म्म भाभी

भाभी – और तो और मैंने तेरे लोडे को देखा हुआ है और जब से उसे देखा है तबसे तुझ पर फ़िदा हूँ.

मैं ये सब सुन कर फटाफट चाय को खतम किया और उसके बाद मैंने भाभी का हाथ पकड़ा और अपनी गोदी में बैठा लिया. अब मैं भाभी के होंठो को चूसने लग गया और भाभी भी मेरा साथ देने लग गयी. मैं पागल हो रहा था और उधर भाभी भी गरम हो थी थी.

अब मैंने उनके बूब्स को जोर जोर से दबाना शुरू कर दिया. जिससे की वो आह्हः आह्हः की आवाजें निकलने लग गयी और उधर मेरा लंड भी पूरा खड़ा हो गया. मैं ये सब कर ही रहा था की तभी बेल बजी और हम एकदम से एक दूसरे से अलग हुए और मैं दरवजा खोलने गया.

मैंने जैसे ही दरवाजा खोला तो सामने स्वीटी थी जो की स्कूल से वापिस आ गयी थी. अब भाभी और मेरे मन में बस यही चल रहा था की कैसे एक दूसरे को प्यार करे और मैं कैसे उनको चोदु. फिर उस शाम को भैया भी आ गए और भैया ने हमसे कहा की आज रात को फ्लाइट से मुझे ४ दिन के लिए बहार जाना पड़ेगा.

ये बात सुन कर मैं बहोत खुश हो गया और सोच लिया की अब तो भाभी को चोद कर ही रहूँगा. मैं ऐसे ही फिर काफी कुछ सोचने लग गया और उसके बाद मैंने भैया को फ्लाइट चढ़ाने गया. और घर आ कर हम सब अपने अपने रूम में चले गए. क्योकि खाना तो हमने सबने भैया साथ ही कर लिया था.

अब मैं काफी सोने की कोशिश कर रहा था पर ऐसा हो नहीं पा रहा था क्योकि मुझे भाभी की याद जो आ रही थी. पर डर भी लग रहा था की कही स्वीटी को कुछ पता न चल जाये नहीं तो बहोत बड़ा कलेश हो जायेगा. अब ऐसे ही मैं भी अपने आपको शांत करने के लिए बाथरूम में जाने लगा.

मैं जिस वाशरूम में जा रहा था उस वाशरूम की कुण्डी नहीं लगती थी. इसलिए मैं जैसे ही अंदर एंटर हुआ तो मैंने देखा की स्वीटी नंगी खड़ी हो कर अपनी चूत में कुछ अंदर बहार कर रही थी. मैं ये देख कर हैरान रह गया और उसकी आंखे अभी बंद थी जिससे उसे कुछ पता नहीं चल रहा था की मैं उसे देख रहा था.

अब जैसे ही उसकी आंखे खुली तो मुझे सामने देख कर वो घबरा गयी और फिर ऐसे ही मैंने भी मोके का फायदा उठाते हुए उसे अपनी बाँहों में भर लिया और उसके होंठो को चूसने लग गया. मुझे ये सब करते हुए बहोत मजा आ रहा था. और उसमे भी मुझे रोकने की कोशिश नहीं करि और फिर मैंने उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया.

बूब्स को दबाने के बाद मैंने इसके कपडे उतर डाले और वही पर निचे लिटा दिया. मैं उसके ऊपर आ गया और उसको अपने लंड को चूसने को कहा. और वो भी मजे से चूसने लग गयी.

फिर मैंने काफ़ी देर तक लंड चुसवाने के बाद उसके बूब्स को चूसा और फिर उसकी चूत पर आ कर उसकी चूत को चाटने लग गया.

मैं ये सब करके बहोत खुश हो रहा था और तो और उधर वो भी पागल हो रही थी. अब मैंने उसे घोड़ी बनने को कहा और फिर उसकी चूत पर अपना लंड रख कर एक धक्का दिया जिसे की वो चीख पड़ी और आधा लंड उसकी चूत में चला गया.

पर तभी मैंने उसे सीधा किया और उसके ऊपर आ कर उसके होंठो को चूमते हुए उसे चोदने लग गया. मुझे ये सब करने में बहोत मजा आ रहा था. और फिर धीरे धीरे मेरा पूरा लंड अंदर चला गया और उसे भी काफी मजा आने लग गया.

मैं ऐसे ही काफी देर तक चोदता रहा और फिर काफी चोदने के बाद उसकी चूत में ही निकल दिया और उसके ऊपर ही लेटा रहा.

फिर थोडी देर बाद उठ कर मैंने चूत को साफ किया और खड़ा करके कपडे पहनाये और उसको उसके कमरे में छोड़ कर आया और खुद भी आ कर सो गया.

लेकिन नींद नहीं आ रही थी, भाभी के मटकते हुए कुल्हें ही नजर के सामने आ रहे थे. मैंने दरवाजा खोला और भाभी के कमरे की तरफ गया. रास्ते में बहन का कमरा था तो उसे भी उठा के साथ लिया.

वो बोली – भाभी के कमरे में क्यूँ?

मैंने कहाँ – आज एक साथ दो औरतों को अपनी चुदास का अनुभव करवाऊंगा.

वो हंस पड़ी.

मैंने नोक किया तो भाभी भी रेडी ही थी. लेकिन बहन को साथ में देख के वो थोड़ी झिझकी. मैंने कहा आप टेंशन मत लो, ये भी साथ में खेलेंगी हमारे.

कमरे में घुसते ही भाभी को दबोच लिया मैंने. मेरी बहन को कुछ कहने की जरूरत नहीं पड़ी. उसने मेरी ट्रेक पेंट से लंड निकाल लिया और उसे लोलीपोप के जैसे चूसने लगी. पूरा लंड गिला कर के उसने मुझे स्वर्ग का अनुभव करवा दिया.

इधर भाभी भी चूदास के मारे तड़प ही रही थी. उसने अन्दर ब्रा पेंटी कुछ नहीं पहना था इसलिए नाईट गाउन हटने पर उसका भरा हुआ बदन चमकने लगा नाईट लेम्प के उजाले में.

भाभी को बिस्तर पर डाल के मैंने सीधा उसके मम्मे चुसने लगा. और बहन को मैंने भाभी की चूत चाटने में लगा दिया.

भाभी के दूध का स्वाद आने तक मैंने उसके बूब्स चुसे और उसे एकदम हॉट कर दिया. वैसे भी बहन उसकी चाट रही थी इसलिए वो बेतहाशा उतेजित ही थी.

अब मैंने भाभी को छोड़ा और घोड़ी बन के भाभी की चूत चाट रही बहन को खुश कर दिया. मैंने बहन की चूत और गांड के ऊपर जबान घिस के उसे पागल कर दिया. वो जोर जोर से मोअन करने लगी तो भाभी ने उसका मुहं दबाया की कोई उठ गया तो गांड तोड़ देंगे.

अब भाभी ने बोला की मुझे तेरा मुहं में लेना हैं. मैंने लंड भाभी को दे दिया और वो चूसने लगी. बहन बोली मई भी चुसुंगी.

कोई पोर्न मूवी में होता हैं वैसे ही एक साइड से बहन और एक साइड से भाभी लंड चाटने लग गई. दोनों मिल के अंडे भी मुहं में लेती थी.

सात आठ मिनिट की सकिंग के बाद मैंने पहले बहन और फिर भाभी की चूत को अपने लंड का मजा दिया.

वो रात मेरे लिए बेहद अहम् थी क्यूंकि उस रात को मैंने पहली बार अपनी भाभी और बहन को चोदा था. अब तो हफ्ते में जब भी भैया काम से बहार हो तो बहन, भाभी और मेरा थ्रीसम सेक्स चालु हो जाता हैं घर के अंदर ही. बहन अब और भी मोटी हो चली हैं क्यूंकि मेरे लंड का असली खुराक जो उसे मिल रहा हैं.