Bhabhi Ne Ji Bhar Ke Chudwaya

देसी कहानी के सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार.. मेरा नाम देवेंद्र है और मैं मध्य प्रदेश के छतरपुर शहर से हूँ। यह मेरी दुसरी चुदाई की कहानी है देवर भाभी सेक्स की!

मेरी पहली कहानी साली को जी भरके चोदा पडी जिसका पठको दृरा कोई जवाब नही आया इसलिए उस कहानी को बही रोकते हुए ये आगे की कहानी।

इसमे जरुर आपना फीड बैक दे ताकि देशी कहानी का दोर आप लोगो के लिए यू ही चलता रहे

मेरे घर में मैं, और मम्मी-पापा बस 3 लोग ही हैं। हमारा परिवार एक बेहद सामान्य परिवार है। देखने में मैं ठीक-ठाक हूँ.. मेरी हाईट करीब 6 फिट है। मैं एक हट्टा कट्टा जवान हू।

और मेरी उम्र 26 साल है

बात आज से लगभग 4 साल पूरानी है.. जब मैं 21 साल का था, तब मेरे बड़े चाचा के लडके की यानी मेरे भाई की शादी तय हो गई। शादी के बाद भाभी घर में आ गईं।

मैं बहुत खुश था कि चलो अब हम भी भाभी से अपनी सारी बातें शेयर कर सकेंगे। वैसे मेरी भाभी मेरे ही उम्र की थीं।

मेरी भाभी दिखने में एकदम कयामत लगती थीं। मेरी भाभी की हाईट मुझसे थोड़ी कम थी और उनका फिगर करीब32-28-34 का था।

मतलब कुल मिला कर हम ये कह सकते हैं कि वो एक मस्त माल थीं।

अब आप लोगो को ज्यादा वोर न करते हुए सीधा कहनी पर आते है।

भाभी के साथ हम पूरे दिन तक हसी मजाक करते रहते थे।

और भाभी को भी मेरे साथ हसी मजाक करना अच्छा लगता था इसलिए जिस दिन मे उनके घर नही जाता था तो वो चाची के हाथो मुझे बुलाती और मैं भी जान-बूझकर कभी-कभार उनके बुलाने पर भी नही जाता। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है।

क्योकि भाभी के लिए मेरे मन मे कोई गलत भाव नही थे।

ऐसे ही एक दिन भाई कीसी की शादी मे गए थे।

तो मेने भाभी को चिडाते हुये कहा कि भाभी आज भाई नही है तो आप रात को सोते समय कुछ भी नही कर पाएगी और भाई वहा शादी मे बहुत मजे कर रहे होंगे।

तो भाभी चुटकी लेते हुए बोलीं तो क्या हुआ देवर जी यहा आप मजा ले लिजिये और हमे भी मजे करवा दे।

और हसने लगी मुझे लगा कि भाभी मजाक कर रही है।

तो मे भी जोर जोर से हसने लगा।

मेरी हसी से भाभी जी को लगा कि मे राजी हो गया हू और उन्होंने साड़ी के पल्लू को नीचे गिरा दिया।

और कहने लगी लो देवर जी ले लिजिये मजा आप भी मुझे याद रखेंगे।

मुझे समझते देर नही लगी कि भाभी क्या चाहती है।

फिर भी यह बात सुनकर बहुत दुख हुआ क्योंकि भाभी को मेने कभी भी इस तरह नही देखा था।

मतलब मे नही चहता था की मेरे और भाभी के विच सेक्स सम्बन्ध बने।

मैंने कहा भाभी जी ये ठीक नही है मेने कभी आप कको इस नजरिए से कभी भी नही देखा है।

भाभी -तो अब देख लीजिए देवर जी बहुत मजा करेंगे कोई नही है घर पर ऐसा मोका फिर नही मिलने बाला।

एक पल के लिए मेने भाभी को देखा तो मेरे मन मे भी सेक्स की इच्छा होने लगी क्या सेक्स की देवी लग रही थी भाभी लेकिन फिर भी अपने आप को काबू पाने के लिए मेने भाभी का पल्लू उठाया और उनके उभरती हुई छाती पर डाल दिया।

भाभी — ये क्या देवर जी आप के सामने प्रस्तुत किया गया माल आप ऐसे ही ठुकरा दिया।

बहुत पछतावा होगा आप को फिर नही मिलने बाला।

कोई बात नहीं भाभी वेसे भी मुझे आप के लिए मेरे मन मे कोई गलत भाव नही थे न ही है क्योंकि आप को मेने अच्छी दोस्त के दरजा दिया है।

भाभी ने भी मेरे मन को पडते हुए कहा कि कोई बात नहीं देवर जी जब भी आप को इस तरह के भाव आने लगे तो बिना किसी परेशानी के आप मुझे कह सकते हैं।

क्या भाभी आप भी न क्या बात लेके वेठ गई ऐ छोड़कर कुछ और बातचीत करो न।

भाभी – ठीक है जेसी आपकी इच्छा।

ऐ हुए न बात।

भाभी – आपकी कोई गर्लफ्रैंड है क्या देवर जी।

नही पर ऐ क्यो पूछ रही मेने भाभी से बोला

अरे वा ये क्या बात हुई हम भाभी है तुम्हारी अब ये तो आप को बताना नही पडे़गा की देवर भाभी मे केसी कैसी बात हुआ करती है।

अच्छा ये बात है और क्या 2 बाते हुआ करती है देवर भाभी के विच।

बात के साथ साथ बहुत कुछ होता है देवर भाभी के विच पर दोनो को सहमत होना चाहिए।

चल एक बात और बता क्या तुम कीसी को पसंद करते हो।

मैं – हा भाभी पसंद तो करते है पर कभी उससे बात ही नही की डर लगता है कि कही वो गुस्सा न करे।

आप ये कहानी देशी कहानी डोट नेट पर पड रहे है।