प्यासी नर्स ने डलवाया लंड

मेरा नाम प्रेम है और मैं भुज से हूँ. मेरी कहानी एकदम सच्ची है. यह उन दिनों की बात है.. जब मैं स्कूल में था, मुझे लड़कियों के साथ फोन पर सेक्स की बातें करने में बहुत मज़ा आता था.
मैं अपनी हर गर्लफ्रेंड के साथ फोन पर सेक्सी बातें करता था.. लेकिन कभी असल में सेक्स करने का मौका नहीं मिला.

एक बार मेरे एक दोस्त ने मुझे एक नर्स का नंबर दिया और कहा- यह बहुत हॉट माल है.. मैं अक्सर इसी से मोबाइल पर सेक्स चैट करता हूँ.
उस नर्स का नाम फ़रज़ाना था और वो भुज में एक हॉस्पिटल में जॉब करती थी.

मैंने एक रात उसे कॉल की.
उसने पूछा- आपको ये नंबर किसने दिया है?
मैंने झूठ नहीं बोला और बता दिया कि मेरे एक फ्रेंड ने दिया है.. वो आपकी बहुत तारीफ करता है. मैं भी आपसे बात करना चाहता हूँ.. अगर आपको कोई एतराज़ ना हो. अगर आपको बुरा लगेगा तो मैं नेक्स्ट टाइम से आपको डिस्टर्ब नहीं करूँगा.

उसने देखा कि मैंने सब कुछ सच-सच बताया है.. तो उसने कहा- मुझे कोई प्राब्लम नहीं है.. आप बात कर सकते हो.. लेकिन उसी वक्त बात कर सकती हूँ जब जब मैं फ्री होऊँगी. आप वादा कीजिए कि आप मुझे हर वक़्त तंग नहीं करेंगे.

मैंने कहा- जैसी आपकी मर्ज़ी.. जो भी टाइम आपको सूट करता हो.. हम उस टाइम बात कर लिया करेंगे.
इस तरह हमारी बात शुरू हो गई.

पहले हम दिन में बात करने लगे दस मिनट या पन्द्रह मिनट.. उसके बाद थोड़ा टाइम गुज़रा.. तो दिन में ही एक-एक घंटा तक बात होने लगी.
उसने अपने बारे में बताया कि उसकी शादी के ठीक 2 साल में ही तलाक हो गया था और अब वो अपनी मम्मी के साथ अकेले रहती है. हॉस्पिटल में नर्स है.. तो कभी दिन और कभी नाइट शिफ्ट भी करनी पड़ती है.

मैंने उससे कहा- मैं रात में बात करना चाहता हूँ..
वो भी राजी हो गई.

हम फिर आधी-आधी रात तक फोन पर बात करने लगे. एक रात मैं उसकी मिस कॉल का वेट कर रहा था क्योंकि जब उसकी मम्मी सो जाती थी.. तो वो मुझे मिस कॉल दे दिया करती थी और मैं कॉल करता था.

जब तक उसकी कॉल नहीं आती.. तब तक के लिए मैंने पॉर्न मूवी लगा ली और वो देखने लगा.
इसी दौरान उसकी मिस कॉल आई.. मैंने कॉल बैक किया तो वो पूछने लगी- क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- सच बताऊँ.. या झूठ?
तो उसने कहा- झूठ क्यों.. सच बताओ.
मैंने कहा- मैं इस टाइम पॉर्न मूवी देख रहा हूँ.

चूंकि हम सेक्स के टॉपिक पर अक्सर बात करते थे.. तो मुझे उससे ये कहने में कोई झिझक नहीं थी.
उसने पूछा- किस स्टाइल में सेक्स हो रहा है?
मैंने बताया- डॉगी स्टाइल में सेक्स हो रहा है.
उसने एक ठंडी आह भरी.. मैंने पूछा- क्या हुआ?
तो कहने लगी- कुछ नहीं..
मैंने पूछा- मुझे तो बताओ..

कहने लगी- तुम्हारी शादी नहीं हुई न.. तुम नहीं जानते ही कि एक औरत को जब सेक्स का मज़ा मिल चुका हो और उस के बाद जब उसे सेक्स करने को नहीं मिलता तो उसे कैसा लगता है.. जैसा मेरे साथ हो रहा है. मैं तलाकशुदा लेडी हूँ.. तो कितनी जरूरत होती है.. तुम सोच भी नहीं सकते.
मैंने कहा- तो क्या तलाक के बाद तुमने कभी सेक्स नहीं किया?

उसने कहा- मेरे तलाक को एक साल से ज़्यादा का टाइम हो चुका है और इस पीरियड में जब भी रात को बिस्तर पर लेटती हूँ तो सेक्स की बड़ी याद आती है.
मैंने कहा- अगर बुरा ना मानो तो एक बात कहूँ?
‘कहो..’

‘मैंने भी आज तक क़िसी गर्ल के साथ सेक्स नहीं किया.. अगर तुम्हें कोई दिक्कत ना हो.. तो तुम वो पहली लेडी बनना चाहोगी.. जिसके साथ मैं सेक्स करूँ?’

उसने कहा- नहीं.. तुम लड़कों का कोई भरोसा नहीं है.. मैं कोई बाजारू नहीं हूँ.. मैं अगर तुम्हें इजाज़त दे भी दूँ.. तो तुम सबको बता कर मुझे बदनाम कर दोगे कि तुमने मेरे साथ सेक्स किया है.
मैंने कहा- प्रॉमिस.. मैं क़िसी को नहीं बताऊँगा.

बहुत मनुहार करने के बाद वो राजी हो गई लेकिन उसने कहा- ठीक है.. लेकिन मेरी एक कंडीशन है.
मैंने पूछा- कैसी कंडीशन?
तो उसने बताया- तुम मुझे अधूरा नहीं छोड़ोगे.
मैंने कहा- नहीं.. मैं तुमसे पूरा सेक्स करूँगा.. जैसे तुम चाहोगी.

उसने कहा- मेरा मतलब है कि एक दफ़ा सेक्स करने के बाद अगर मुझे अच्छा लगा.. तो मैं जब-जब तुम्हें सेक्स के लिए बुलाऊँगी.. तुम्हें आना होगा.. कोई बहाना नहीं चलेगा.

मेरी तो मानो लॉटरी निकल आई, मैंने कहा- मैं क्यों बहाना करूँगा.

इस तरह यह तय हुआ कि मंगलवार को उसका ऑफ था.. इसलिए उस दिन रात दस बजे तुम मेरे घर आ जाना.
उसने मुझे अपना एड्रेस दे दिया.

मंगलवार आने में दो दिन बाक़ी थे, अगला दिन और रात में मैंने उससे कॉल करने की कोशिश की और मैसेज भी किए.. लेकिन कोई रिप्लाई नहीं आया.
मैंने सोचा शायद बिज़ी होगी.

सोमवार को दोबारा मैंने कॉल करने की कोशिश की कि अगले दिन तो मुझे उसने बुलाया था तो कुछ बात कर लेता.. लेकिन दोबारा उसने कॉल रिसीव नहीं की.
मैं परेशान हो गया ऐसा लगने लगा कि कहीं मुझे चूतिया तो नहीं बना रही है.

मंगलवार को दिन में भी मैंने बहुत बार कॉल किया लेकिन उसने कोई उत्तर नहीं दिया.

मैं बहुत डिस्टर्ब हो गया कि साली झूठ बोल रही थी मुझसे.. वो वरना मुझे इग्नोर करने की क्या वजह हो सकती है.
लेकिन शाम 6 बजे उसकी कॉल आई, उसने कहा- सॉरी.. मम्मी की तबियत ठीक नहीं थी.. मैं उनके साथ बिज़ी थी.

मैंने पूछा- तो आज रात का प्रोग्राम फिर कैंसिल?
तो उसने कहा- नहीं कैंसिल क्यों.. आज रात दस बजे आ जाना.
मैंने कहा- ठीक.

रात दस बजे में उसके घर पहुँचा.. मैंने डोरबेल बजाई.. तो उसने दरवाजा खोला… वो बहुत प्यारी लग रही थी. उसका बदन भरा भरा सा था और उसने डार्क ब्लू कलर का टाइट ड्रेस पहना था.. जिसकी वजह से उसकी बॉडी का शेप बिल्कुल साफ़ नज़र आ रहा था.
उसके मम्मे और हिप्स के उभार बहुत अच्छे और भरे-भरे लग रहे थे.

उसने अपने बालों को खुले हुए छोड़ रखे थे.

वो मुझे अन्दर लेकर गई.. तो वहाँ कमरे में एक लेडी बैठी हुई थी.. जो कि उसी की उम्र की थी.
यहाँ मैं बताता चलूं कि उसकी उम्र 27 साल की थी और मेरी उम्र 21 साल थी.

वो चाय बनाने चली गई.. तो मैंने उस दूसरी लेडी से बातें की.. तो पता चला कि ये फ़रज़ाना की सहेली थी.
जब फ़रज़ाना आई.. तो मैंने उससे कहा- मैं अकेले में आप से बात करना चाहता हूँ.
तो उसने कहा- ठीक है.

वो मेरे साथ कमरे से बाहर आ गई.
मैंने पूछा- आज तो हमारा प्रोग्राम सेक्स का था.. ये तुम्हारी फ्रेंड यहाँ क्या कर रही है?
तो उसने बताया कि तुम्हारा आज फर्स्ट सेक्स एक्सपीरियेन्स है तो मैंने सोचा कि क्यूँ ना तुम जल्दी-जल्दी सब सीख जाओ.
मैंने कहा- मैं कुछ समझा नहीं?

तो उसने कहा- ये मेरी फ्रेंड अपने हज़्बेंड के सेक्स से संतुष्ट नहीं है.. तो तुम आज मेरे साथ इसकी भी प्यास बुझा दो.. बोलो बुझाओगे?
मैंने कहा- लेकिन मैं तुम्हें जानता हूँ और इससे तो फर्स्ट टाइम मिला हूँ.. मुझे उसके साथ बड़ा अजीब सा लग रहा है.
उसने कहा- वो सब तुम मुझ पर छोड़ दो.

उसके बाद हम वापस कमरे में गए तो फ़रज़ाना ने अपनी फ्रेंड से कहा- तुम सोफा पर बैठ जाओ और हम दोनों को बिस्तर पर प्यार करने दो.. क्यूँकि इस लड़के ने कभी किसी लड़की के साथ सेक्स नहीं किया.. तो आज मैं इसे सेक्स करना सिखाती हूँ.. और इसको एक्सपर्ट बना कर तुम्हारे हवाले कर देती हूँ.

उसके बाद मैं और फ़रज़ाना बिस्तर पर आ गए.