दोस्त की बहन की टाइट चूत

hindi sex stories मेरा नाम संजय है मैं फरीदाबाद का रहने वाला हूं, मेरी उम्र 30 वर्ष है। मैं अपने पिताजी के साथ ही काम संभालता हूं। मैंने अपने पिताजी का बिजनेस काफी समय पहले से ही करना शुरू कर दिया था और उनके साथ ही मैं काफी समय से काम कर रहा हूं इसीलिए अब मैं काफी हद तक काम सीख चुका हूं। उनकी बाजार में कॉस्मेटिक सामान की दुकान है और हमारी काफी बड़ी दुकान है। उसमें हम लोग महिलाओं के कपड़े भी रखते हैं और हमारी दुकान बहुत अच्छे से चल रही है। हमारी दुकान पर कई महिलाएं भी आती हैं जो हमसे कपड़े लेकर जाती हैं। हम लोग महिलाओं का सारा सामान अपनी दुकान पर रखते हैं और कॉस्मेटिक्स का भी हमारे पास समान होता है। मेरे पिताजी भी मेरी बहन के लिए रिश्ता ढूंढ रहे थे और वह मुझसे कहने लगे कि तुम्हारी बहन के लिए एक रिश्ता आया है। उन्होंने मुझे उस लड़के के बारे में जानकारी दी और कहा कि लड़का बहुत ही अच्छे घर से है, एक बार हम लोग मीना से इस बारे में बात कर लेंगे। मेरी और मेरी बहन की बहुत अच्छी बातचीत है, हम दोनों की आपस में बहुत ज्यादा बनती है इसीलिए मैंने जब मीना से इस बारे में बात की तो मीना कहने लगी कि यदि पिता जी मेरी शादी की बात कर रहे हैं तो मैं भी शादी के लिए तैयार हूं। वह शादी के लिए तैयार थी।

मैंने इस बारे में अपने पिता जी से भी बात की तो वह कहने लगे कि हम लोग मीना की शादी जल्दी ही करवा देंगे मीना मुझसे दो साल छोटी है। उसके लिये रिश्ता भी बहुत अच्छा था इसलिए पिताजी ने मीना की सगाई करवादी। उसके बाद शादी की भी तैयारियां होने लगी, मैंने भी अपने सारे दोस्तों को अपनी बहन की शादी में बुलाया था, मैं अपने दोस्तों से काफी समय बाद मिला था इसलिए उनसे मिलकर मुझे बहुत अच्छा लगा। जब मैं उनसे मिला तो वह लोग मुझे कह रहे थे कि तुम तो अपने काम में ही बिजी हो और हमसे मिलते भी नहीं हो, मैंने उन्हें कहा कि मुझे बिल्कुल भी वक्त नहीं मिल पाता इसलिए मैं किसी से भी नहीं मिल पाता हूं। मेरे सारे दोस्त कुछ ना कुछ काम कर रहे हैं कोई अपना ही काम कर रहा है और कोई जॉब कर रहा है। उनमें से कइयों की शादी हो चुकी है।

मेरा बचपन का दोस्त राकेश भी मेरे घर पर आया हुआ था और वह कह रहा था कि तुम अब मुझसे भी फोन पर बात नहीं करते हो, ना ही मुझ से मिलते हो। मैंने उसे कहा कि पिताजी के साथ ही काम पर रहता हूं इस वजह से ज्यादा वक्त नहीं मिल पाता। राकेश और मेरी दोस्ती बहुत पुरानी है इसलिए उसके सारे घर वाले मुझे पहचानते हैं और मेरे घर पर भी उसका आना जाना रहता है। राकेश मुझे कहने लगा मेरे घर वालों ने भी मेरे लिए लड़की पसंद की है और तुम्हें मेरी सगाई में आना है। मैंने उसे कहा कि ठीक है मैं तुम्हारी सगाई मैं आऊंगा। मेरी बहन की शादी भी बड़े धूमधाम से हुई और मैं भी अपने दोस्तों के साथ समय बिता पाया था। मेरी बहन की भी शादी हो चुकी थी। मेरी बहन की शादी के कुछ समय बाद राकेश का मुझे फोन आया और कहने लगा कि मेरी सगाई कुछ दिनों बाद है, तुम्हें मेरे घर पर आना है और जब मैं राकेश की सगाई में गया तो मैं उसके घर वालों से भी मिला। उसके घर में उसके माता पिता है, उसके पिताजी सरकारी विभाग में नौकरी करते हैं और उसकी मां घर संभालती है। उसकी बहन का नाम कोमल है और वह कॉलेज में पढ़ती है। कोमल का व्यवहार भी बहुत अच्छा है और वह भी बात करने में बहुत ही अच्छी है। जब मैं राकेश की सगाई में गया तो राकेश मुझे मिला और कहने लगा तुमने बहुत अच्छा किया जो तुम मेरी सगाई में आ गए, मैं तुम्हारा ही इंतजार कर रहा था। जब राकेश की सगाई हो गई तो उसके बाद मैं अपने काम पर लगा था और मेरी उस बीच में राकेश से बात होती रहती थी। कुछ समय बाद ही राकेश की शादी थी इसलिए राकेश ने मुझे फोन किया और कहा कि मुझे शादी की तैयारी करनी है तो मुझे तुम्हारी मदद की आवश्यकता पड़ेगी। मैंने उसे कहा कि ठीक है तुम्हे जब भी मेरी मदद की आवश्यकता हो तो तुम मुझे बता देना। मैं उसकी पत्नी से भी मिल चुका था इसलिए उसकी पत्नी को जो भी सामान चाहिए था वह हमारी दुकान से ही ले गई लेकिन राकेश को मैंने अपने एक दोस्त की शॉप से सामान दिलवाया और उसे बहुत अच्छा लगा क्योंकि मैंने उसे बहुत अच्छे दामों पर वह सामान दिलवा दिया था।

राकेश की शादी के सिलसिले में मैं कुछ दिन उसके घर पर ही रहा और जब मैं उसके घर पर था तो हम लोगों ने काफी काम किया। मेरे और दोस्त भी राकेश के घर पर ही थे और उस बहाने हम लोगों का मिलना भी हो गया। राकेश की शादी की तैयारियां बहुत अच्छे से हम लोगों ने करी और जब उसकी शादी थी तो उसके सारे रिश्तेदार आए हुए थे। सब लोग बहुत ही मस्ती कर रहे थे, उस बीच कोमल और मैं भी साथ में ही बैठे हुए थे। मैं कोमल से पूछ रहा था कि तुम्हारा कॉलेज कैसा चल रहा है, कोमल मुझे कहने लगी कि मेरा कॉलेज बहुत अच्छा चल रहा है। मैंने उसे पूछा कि तुम आगे क्या करने वाली हो, वह कहने लगी कि मैं आगे फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करूंगी। कोमल मुझसे बहुत अच्छे से बात करती है, मैं कोमल के साथ फ्रेंड तरीके से बात करता हूं इसीलिए मुझे कोमल के साथ बात करना भी अच्छा लगता है। कोमल मुझसे पूछने लगी कि आपकी बहन की भी शादी हो चुकी है, मैंने उसे कहा कि हां मेरी बहन की शादी हो चुकी है, राकेश भी मेरी बहन की शादी में आया था। कोमल उसे कहने लगी हां भैया ने मुझे उस बारे में बताया था। कोमल मुझसे पूछने लगी कि आप कब शादी करने वाले हैं, मैंने उसे कहा कि मैं अभी कुछ समय बाद शादी करूंगा, मेरे पिताजी मेरे लिए लड़की देख रहे हैं लेकिन मुझे अभी तक कोई लड़की पसंद नहीं आई इसलिए मैंने अभी तक शादी नहीं की।

मैं सोच रहा हूं कि मैं शादी कर लूं। कोमल कहने लगी चिंता मत कीजिये आपकी भी शादी हो जाएगी। मैंने उसे कहा लेकिन मुझे अभी तक कोई अच्छी लड़की नहीं मिली है, कोमल मुझसे पूछने लगी कि आप किस प्रकार की लड़की ढूंढ रहे हैं। मैंने उसे कहा कि मैं पहले कुछ समय लड़की के साथ समय बताना चाहता हूं ताकि मैं उसे समझ पाऊ। कोमल मुझे कहने लगी कि मेरी भी कुछ सहेलियां है यदि आप मुझे कह दो मैं उनसे आप के लिए बात करती हूं। मुझे कोमल अब अपनी सहेलियों की फोटो दिखा रही थी और मैं उसके साथ ही बैठा हुआ था। मुझे उससे बात करना बहुत अच्छा लग रहा था मुझे पता ही नहीं चला कि कब समय बीत गया, सब लोग अपना एंजॉयमेंट कर रहे थे। राकेश भी अपने सारे रिश्तेदारों से मिल रहा था इसलिए वह बिजी था। मैं कमल के साथ ही बैठा हुआ था, मैंने कोमल से कहा ठीक है यदि तुम्हारी कोई अच्छी दोस्त हो तो तुम मुझे उसकी फोटो भेज देना। कोमल मुझे कहने लगी ठीक है मैं आपको अपनी फ्रेंड की फोटो भेज दूंगी। कोमल ने मुझसे मेरा नंबर ले लिया और मैंने कोमल का नंबर सेव कर लिया। कोमल ने मुझे कुछ लड़कियों की फोटो भी भेजी और हम दोनों ही साथ में बैठकर बात कर रहे थे।मैं कोमल के साथ ही बैठा हुआ था हम दोनों बात कर रहे थे। वह मेरा फोन देखने लगी है और जब उसने मेरा फोन देखा तो मेरे फोन के अंदर पोर्न मूवी थी और उस में बहुत ही गंदी तस्वीरें थी। वह मुझे कहने लगी कि क्या आप इस प्रकार की मूवी देखते हैं मैंने उसे कहा कि हां मुझे ऐसे मूवी देखने का बहुत शौक है उसे भी शायद मुझसे अपनी चूत माराने का मन था इसलिए वह मुझसे यह सब चीजें पूछ रही थी। वह मुझे कहने लगी कि हम दोनों कहीं अलग जाकर बैठते हैं वह मुझे अपने कमरे में ले गई और उसने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। मैं और कोमल अब एक ही कमरे में कोमल ने मेरी पैंट से मेरे लंड को बाहर निकाला तो वह उसे अपने हाथों से हिलाने लगी और बड़ी देर तक वह मेरे लंड को हिलाती रही। उसके बाद उसने अपने मुंह के अंदर मेरे लंड को ले लिया और चूसने लगी।

मुझे बहुत मजा आ रहा था जब वह मेरे लंड को सकिंग कर रही थी। उसके बाद उसने जब अपने कपड़े खोले तो मुझे बड़ा अच्छा लगता उसका यौवन देख कर मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था। मैंने भी उसे बिस्तर पर लेटा दिया और उसके स्तनों क चूसने लगा। मैंने उसके स्तनों को बहुत अच्छे से चूसा जिससे कि उसके स्तनों से दूध बाहर निकलने लगा था। मैंने उसे अपने नीचे लेटा दिया और उसके दोनों पैरों को चौड़ा करते हुए उसकी चिकनी और मुलायम योनि के अंदर अपने लंड को डाल दिया जैसे ही मेरा लंड उसकी योनि के अंदर गया तो वह चिल्लाने लगी और मुझे बहुत मजा आने लगा। मैं उसे बड़ी तेज तेज धक्के मार रहा था वह पूरे मूड में आ रही थी और अपने मुंह से सिसकिया ले रही थी। उसकी योनि बहुत ज्यादा टाइट थी और मैं उसे इतनी तेज झटके मारता की उसकी योनि से खून बाहर की तरफ निकलने लगा था और मेरा लंड भी पूरी तरीके से छिल चुका था लेकिन मैंने उसे धक्के मारना जारी रखा। वह अपने दोनों पैरों को चौड़ा कर रही थी मैं भी उसे बड़ी तेजी से चोद रहा था। मैंने उसके दोनों पैरों को अपने कंधे पर रख लिया और उसे बड़ी तीव्र गति से धक्के दिए जिससे कि उसका पूरा शरीर गर्म होने लगा वह चिल्लाने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था। काफी समय तक मैंने ऐसा ही किया जब वह झड़ गई तो उसके कुछ देर बाद ही मेरा वीर्य भी उसकी योनि के अंदर गिर गया अब शांत हो चुकी थी। वह मुझे कहने लगी आपने आज मेरी इच्छा पूरी कर दी मुझे बहुत अच्छा लगा मुझे आपसे अपनी चूत मरवाने का मन पहले से ही था।