कामुक इंडियन मोम की चूत और गांड चुदाई

नमस्कार दोस्तो, मैं राज शर्मा अपने दिल्ली वाले दोस्त तन्मय और उसकी मां की चुदाई कहानी लेकर आया हूं.

पिछली सेक्स कहानी मेरी मौसी मेरे सामने नंगी हो गई में आपने पढ़ा था कि कैसे तन्मय बचपन से मॉम डैड की चुदाई देखकर बड़ा हुआ और अपनी रवीना मौसी को चोदने लगा.

फिर एक रात अपनी सगी मां शिल्पा को चोदने में भी कामयाब रहा.

दोस्तो, आज की कहानी भी उसी की एक कड़ी और रिश्तों में चुदाई की एक सच्ची और रोमांचक सेक्स कहानी है.

आप इस मॉम Xxx चुदाई कहानी को पढ़ें, जोकि तन्मय के द्वारा बताई गई और मेरे द्वारा लिखी गई है.
मेरा नाम तन्मय है और मैं दिल्ली में रहता हूं.
आजकल मैं अपनी सगी मां शिल्पा गोयल और बड़ी मौसी रवीना को चोदता हूं.

आज की कहानी मेरी मॉम शिल्पा और मेरी चुदाई की एक सच्ची घटना है.

हमारा बिजनेस है जिसके लिए डैड को अचानक चंडीगढ़ जाना पड़ा.
अब घर में मॉम और मैं ही बचे हुए थे.

जैसा कि आपको पता है कि मेरे घर में एकदम खुला माहौल है.

मेरी मां एक पतली सी नाइटी में थीं जो कि उनके घुटनों से ऊपर तक की ही थी. उन्होंने इस नाइटी के अन्दर कुछ नहीं पहना था.
वो किचन में खाना बना रही थीं.

उस वक्त मैं बनियान और साफ पैंट में हॉल में लेटा अन्तर्वासना में एक सेक्स कहानी पढ़ रहा था.

थोड़ी देर बाद मॉम भी आ गईं और पूछने लगीं- तनु क्या कर रहा है?
मैं मुस्कुराते हुए लंड में हाथ फेरते हुए बोला- मां बेटी की चुदाई की सच्ची कहानी पढ़ रहा हूं.

मॉम हंस कर बोलीं- चल पहले खाना खा ले … फिर जो करना हो करते रहना.
हमने साथ में ही खाना खाया. फिर मैं बेडरूम में आकर नंगा लेट कर कहानी पढ़ने लगा.

थोड़ी देर में मॉम काम खत्म करके दो गिलास दूध लेकर रूम में आ गईं.

वो कमरे का दरवाजा बंद करके बिस्तर पर आ गईं और बोलीं- तनु लो दूध पी लो.
मैंने गिलास लिया और गटगट करके दूध पी गया.
मॉम ने भी पी लिया.

तभी मॉम ने भी नाइटी उतार दी और हम दोनों नंगे हो गए.
मॉम का हाथ धीरे धीरे मेरे लंड पर आ गया और मैंने फोन बंद कर दिया.

फिर हम दोनों एक दूसरे को चूमने लगे.
मैं मॉम की चूचियों को चूसने लगा और वो ‘आह आह सीई उईई करने लगीं.

वो धीरे धीरे मेरे लंड को सहलाने लगीं.
फिर मॉम ने लंड मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया. वो गपागप गपागप लॉलीपॉप के जैसे मेरे लंड को चूस रही थीं.

मैं भी उनकी चूचियों को मसलने लगा और पीठ में हाथ फेरने लगा.
फिर मैंने मॉम को सीधा किया और हम 69 की पोजीशन में आकर एक दूसरे के चूत लंड को चाटने चूसने लगे.

मॉम की चूत में मैंने अपनी जीभ घुसा दी. मॉम ने मेरे लंड को अपने दांतों से दबा दिया.
थोड़ी देर बाद दोनों अलग हुए.

मैंने मॉम को लिटाकर दोनों टांगें फैला दीं और ऊपर आकर एक झटके में अपना लौड़ा घुसा दिया.
मॉम की आह की आवाज निकली और मैं तेजी से सटासट सटासट लंड अन्दर बाहर करने लगा.

अब मॉम ‘आह सीई उईई उईई मर गई बचाओ बचाओ …’ चिल्लाने लगीं.
मैंने चार पांच थप्पड़ उनके गाल में जमा दिए और कहा- चुप हो जा साली कुतिया … आज तुझे बचाने कोई नहीं आएगा. आज की रात तो डैड भी नहीं हैं और तेरी रंडी बहन रवीना भी नहीं है.

मैं मॉम को तेजी से चोदने लगा. वो ‘आहहह आहहह उईई उईई …’ करती रहीं.

कुछ ही देर में मेरा लौड़ा मॉम की चूत में आसानी से अन्दर बाहर होने लगा.

वो बोलीं- हरामी थोड़ी आराम से चोद ले साले मादरचोद … मैं कोई बाजारू रंडी नहीं हूं, तेरी सगी मां हूं.
मैंने कहा- रोज तो डैड से चुदवाती है, तब तो इतना नहीं चिल्लाती है. मेरे लंड में क्या कांटे लगे हैं साली कुतिया.

ये कहते हुए मैंने एक जोर का धक्का लगा दिया.
मॉम की ‘ऊईई …’ की जोर की चीख के साथ आंसू निकल पड़े.

मैंने रफ्तार धीमी कर दी और उन्हें चूमने लगा, चूचियां को चूसने लगा.
अब तक मॉम भी गर्म हो चुकी थीं.

मैंने पूछा- क्या अब रफ्तार तेज करूं?
वो बोलीं- हां तनु, अब तेज तेज चोद मुझे.

मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और सटासट सटासट लंड अन्दर बाहर करने लगा.

अब मॉम भी अपनी कमर उठा उठा कर चुदाई में भरपूर साथ देने लगी थीं.
मैंने मॉम को इशारा किया तो वो घोड़ी बन गईं और मुझे अपने ऊपर चढ़वा कर लंड को चूत में ले लिया.

चूत में लंड सैट होते ही मैंने झटका मारा और मॉम की ‘ऊईई ऊईई …’ के आवाज के साथ अन्दर घुसता चला गया.

मैं अपनी घोड़ी बनी मॉम की सवारी करने लगा और उसे घोड़ी के जैसे चोदने लगा.
वो भी अपनी रफ़्तार से गांड आगे पीछे करके पूरी मस्ती में आकर साथ देने लगी थीं.

हमारी ताबड़तोड़ चुदाई के बीच में मॉम की चूत ने रस की धारा छोड़ दी.
अब लंड और आसानी से अन्दर बाहर आने जाने लगा.

मेरी जांघें मॉम के चूतड़ों से टकरा कर ‘थप थप …’ का मधुर संगीत बिखेरने लगीं.
चूत में से फच्च फच्च की आवाज आने लगी.

मैंने लंड चूत से निकाला और मॉम को चुसाने लगा.
मॉम एक पोर्नस्टार की तरह मजे से लंड को चूस रही थीं.

फिर मैंने मॉम को लिटाकर उनकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और लंड चूत में घुसा कर धबाधब चोदने लगा.

मॉम चिल्लाने लगीं- आंह चोद मुझे … और फास्ट चोद तनु और तेज पेल.
मैं भी अपनी पूरी रफ्तार से मॉम को चोदने लगा.

मॉम की बड़ी बड़ी चूचियों को चूसने लगा और काटने लगा.
मॉम उत्तेजना से कमर को ऊपर उठा देतीं और मेरे लौड़े की मार से फिर नीचे हो जातीं.
मैं ऐसे ही चोदता रहा.

फिर मैंने मॉम को खड़ा किया और उनके एक पैर को हवा में उठाकर चोदना शुरू कर दिया.
मेरी मॉम की ऊईई ऊईई ऊईई की आवाज अचानक से तेज हो गई.

मैंने मौसी को बहुत बार चोदा था लेकिन मॉम को इस तरह पहली बार चोद रहा था.

अब मैंने मॉम को अपने लंड पर बैठने को कहा.
वो अपनी चूत पर लंड सैट करके तुरंत बैठ गईं.

चूत में चिकनाई के कारण लंड पूरा अन्दर घुसता चला गया.
मॉम ऊईई ऊईई की आवाज निकालने लगीं.

धीरे धीरे अब मॉम का दर्द चला गया और वो लंड पर उछल उछल कर अपनी गांड पटकने लगीं.
अब तो ऐसा लग रहा था, जैसे मॉम मुझे ही चोद रही हों.

मैं भी मॉम की चूचियों को चूसने लगा और किस करने लगा.

हम दोनों की रफ्तार अचानक तेज हो गई और बिस्तर पर राजधानी एक्सप्रेस दौड़ने लगी.
कुछ दस मिनट बाद हम दोनों एक साथ ही डिस्चार्ज हो गए और चिपक कर लेट गए.

मेरा लंड अभी भी मॉम की चूत के अन्दर था.
थोड़ी देर बाद हम दोनों नार्मल हुए और एक साथ बाथरूम में आ गए.

उधर से फ्रेश होकर वापस बिस्तर पर आ गए.
मॉम बोलने लगीं- तनु, तू बहुत तेज चोदता है. साला अपने बाप से भी फ़ास्ट चोदता है.

मैं मॉम की चूची सहलाने लगा.

मॉम- अच्छा बता, तुझे किसे चोदने में ज्यादा मज़ा आता है … मुझे या रवीना को?
मैंने कहा- अरे ये क्या सवाल हुआ मॉम?

वो बोलीं- नहीं बता, मुझे जानना है.
मैंने कहा- ऐसा कुछ नहीं है मॉम, मुझे आप दोनों के साथ मज़ा आता है.

मॉम बोलीं- तनु, रवीना में ऐसा क्या है, जो मुझमें नहीं है?
मैंने कहा- मॉम आप अपनी जगह हो और मौसी अपनी जगह है. मॉम मैं तो हमेशा से आपको चोदना चाहता था लेकिन चोद नहीं पाया.

मॉम ने पूछा- क्यों?
मैंने कहा- पता नहीं क्यों मॉम, मगर रवीना मौसी ने ही मुझे चुदाई का सुख दिया. उन्होंने मुझे कभी कोई कमी महसूस नहीं होने दी.

मॉम ने मुझे गले से लगा लिया और चूमने लगीं.
वो बोलीं- मैं भी तेरी मां हूं और तुझे कोई कमी नहीं होने दूंगी.

मॉम मेरे लंड को सहलाने लगीं और बोलने लगीं- तनु, तूने मुझसे पहले क्यों नहीं बोला कि तू मुझे चोदना चाहता है?
मैंने कहा कि एक दो बार बोलना चाहा लेकिन हिम्मत नहीं कर पाया.

अब मॉम लंड को चूसने लगीं और मेरे हाथ अपनी चूचियों पर रखकर बोलने लगीं- तनु, आज की रात तू जो चाहे कर ले, मैं तुझे रोकूंगी नहीं.
कुछ देर बाद मैंने मॉम को घोड़ी बनाया और अल्मारी से क्रीम की डिब्बी उठा लाया.

मैंने मॉम की गांड में क्रीम लगाने लगा तो वो समझ गईं.

मॉम बोलीं- नहीं बेटा, उधर नहीं.
मैंने कहा- आपने अभी प्रोमिस किया है.

वो बोलीं- नहीं रे, गांड में बहुत दर्द होता है.
मैंने कहा- कुछ नहीं होगा.

वो मना करती रहीं और मैं अनसुनी करके गांड की मालिश करने लगा.

मैंने थोड़ा लोशन और लिया और मॉम की गांड के छेद में अंगूठा घुसा दिया.

‘ऊईईई ऊईईई …’ करके मॉम चिल्लाने लगीं.
मैंने अंगूठा निकाल लिया और छेद में लोशन गिराने लगा.

थोड़ी सा अपने लंड पर लगाया और ऊपर आकर गांड में लंड का सुपारा रख दिया.

मैं मॉम के गले को चूमने लगा. हाथ बढ़ा कर चूचियों को मसलने लगा.
मॉम धीरे धीरे गर्म होने लगीं.

मैंने जोर से धक्का लगाया और आधा लंड अन्दर चला गया.
मेरी मॉम ‘ऊईई ऊईई …’ चिल्ला कर कराहने लगीं और बोलीं- आंह बाहर निकाल ले तनु … दर्द हो रहा है.

मैं रूक गया और मॉम की चूचियों को मसलने लगा, चूमने लगा.
थोड़ी देर में मॉम कमर हिलाने लगीं. लंड गांड में सैट हो गया था.

मैंने एक झटका दे दिया अब पूरा लौड़ा गांड के अन्दर चला गया था.
मैं अन्दर बाहर करने लगा. मॉम कराहती हुई गांड मराने लगीं.

धीरे धीरे मॉम की गांड की रफ्तार भी तेज होने लगी.

उनके गले से दर्द की जगह आह आह ओहह आहहह की सिसकारियों ने ले ली.
मॉम की गांड और मेरे लंड की दोस्ती हो चुकी थी.

हम दोनों मां बेटा चुदाई का असली मजा ले रहे थे.
दोनों बराबर रफ्तार से अपनी अपनी कमर चला रहे थे.

मैंने गांड से लंड निकाल लिया और चूत में घुसा कर चोदने लगा.
Xxx मॉम की गांड हिलाने की रफ्तार अचानक से काफी तेज हो गई और थप थप की आवाज़ आने लगी.

मॉम- आंह तनु … फक मी हार्ड माई सन फक मी बेटा … आह और जोर से ले ले मेरी.
वो चिल्ला रही थीं और मैं उन्हें जमकर चोद रहा था.

कुछ पल बाद मैंने मॉम को उठा लिया और गोद में लेकर चोदने लगा.
मैं पोर्न मूवी की तरह से मॉम को चोद रहा था.

तब मैंने उनको बिस्तर में किनारे पर लिटा दिया और मैं नीचे खड़ा हो गया.

मॉम के दोनों पैरों को पकड़ कर लंड चूत में डाल कर ताबड़तोड़ चोदने लगा.
अब मेरा लंड सीधा बच्चेदानी में टकराने लगा और मॉम की सिसकारियां मधुर संगीत बन कर निकलने लगीं.

कुछ देर बाद मॉम आह आहह आहह करने लगीं और उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया.
मैंने लंड निकाल लिया और ऊपर आकर चूचियों को चूसने लगा.

कुछ पल बाद मैं अपना ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌लंड मॉम को चुसाने लगा.
मेरा लंड एकदम कड़क हो गया.

मैं सामने सोफे पर बैठ गया और मॉम मेरी गोद में बैठ गईं.
लंड चूत में समा गया और मॉम धीरे धीरे उछलने लगीं. उनकी चूचियां मेरे मुँह में आने लगीं.

मैं आम की तरह मॉम के मम्मे चूसने लगा.
कुछ देर बाद मॉम अपने रंग में आ गईं और किसी पेशेवर रंडी की तरह लंड पर कूदने लगीं.

ऐसा लग रहा था, जैसे कमरे में कोई पोर्न मूवी चल रही थी.
मैंने गांड पकड़कर उठा दिया और लंड पर गांड का सुराख लगाकर बैठा दिया.

जैसे ही गांड में लंड गया मॉम ऊईई ऊईई करने लगीं.
मैंने कमर पकड़कर झटके देने शुरू कर दिए.

थोड़ी देर बाद मॉम को मजा आने लगा ‘तनु आई लव यू … आज चोद अपनी इस रंडी मॉम को … आंह फ़ाड़ दे मेरी गांड और चोद आह आह आह …’
वो अपनी गांड पटकने लगीं.

मैंने मॉम को उठाया और बिस्तर पर सीधा लिटा दिया. उनके ऊपर आकर चूत को चाटने लगा और लंड घुसा कर तेज़ी से अन्दर बाहर करने लगा.

इस बार मेरा लंड चौथे गियर में जा चुका था.
अंग से अंग टकराने से ‘थप थप थप थप …’ की तेज होती आवाज मंजिल की तरफ इशारा कर रही थी.

जबरदस्त चुदाई करते करते एक साथ दोनों ने पानी छोड़ दिया और एक दूसरे से लिपट कर सो गए.

सुबह 8 बजे मॉम की नींद खुली, तो उन्होंने मुझे जगाया.
मॉम को सामने नंगी देखकर मेरा फिर से मूड बन गया.

मैं उन्हें अपनी बांहों में खींच कर किस करने लगा.
मॉम भी साथ देने लगीं.

किस करते करते मैंने उन्हें गोद में उठा लिया और दोनों हॉल में आ गए.
सोफे में ही 69 की पोजीशन में आकर पोर्न मूवी चलाकर करने लगे.

लंड चूत की चुसाई के बाद मैंने मॉम को सोफे पर लिटा दिया और चोदने लगा.
जैसे जैसे मूवी में चुदाई के सीन आ रहे थे, मैं भी मॉम को चोद रहा था.

कभी गांड तो कभी चूत में लंड डालकर मॉम को किसी बाजारू रंडी की तरह चोद रहा था.

बीस मिनट बाद हम दोनों का एक साथ पानी निकल गया और अलग हो गए.

उसके बाद मॉम अपने काम में बिजी हो गईं और मैं ऑफिस आ गया.

दोस्तो इस तरह अपनी मां को अपने ही घर में मैंने जमकर चोदा.

मुझे जब भी मौका मिलता, तो मैं अपनी मॉम या मौसी को चोद देता हूं.