हेल्लो दोस्तों में आज kamukta आपको अपनी बताने जा रहा हु. नीलिमा जा नाम की ये महिला मेरे एक दोस्त की माँ हे और पिछले ३ साल से मेरी रखेल हे. दोस्तों जब कोई भी ओरत अपने आप को कोई ज्यादा ही मॉडर्न दर्शाने में रहती हे तो मेरे जैसा कोई न कोई हरामी उसकी इस बेवकूफी का फायदा उठा लेता हे और आगे फिर वह न मॉडर्न बनती हे ना वो नोर्मल रहती हे बस बिस्तर गर्म करने वाली रांड बन जाती हे.नीलिमा भी बस ऐसी ही एक महिला थी. उसका पति साउथ अफ्रीका में था, बेटा प्रतिक जॉब करता हे नॉएडा में और यह मेरा बिस्तर गर्म करती हे. अब में अपनी कहानी की शुरुवात कर देता हु, पहले में नीलिमा और उसकी फेमिली के बारे में आप सब लोगो को बता देता हु. आप ये कहानी, सेक्स रानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है। कहानी पढ़े और चुदाई का मजा लें। यह बात २०१३ की हे, मेने नयी नयी जॉब जॉइन की थी और प्रतिक अमिटी यूनिवर्सिटी गया हुआ था एमबीए के लिए. नीलिमा मस्त और बहोत ही सेक्सी और गोर्री चमड़ी की औरत थी. उसकी उमर ४३ साल के करीब थी और उसके बूब्स का साइज़ ३६ इंच था और उसकी कमर ३६ इंच थी और उसकी गांड की साइज़ ४० इंच थी और इस साइज़ पर से आप अंदाजा लगा सकते हे की कितना सेक्सी और हरा भरा माल है साली रंडी. नीलिमा को सोशिअल होने का बड़ा शौक हे.
वह हमेशा आमिर लेडिज के साथ पार्टी करती रहती थी, उनके जैसे ही बिहेव करती थी पर अन्दर से थी साली घरेलु महिला. मेरी नजर नीलिमा पे हमेशा से थी बस मौका अभी मिला था क्योकि उसके घर वो अकेले रहती थी.
जब भी कोई काम होता वह मुझे बुलाती और मेरे साथ ही जाती थी. धीरे धीरे हम दोनों काफी फ्रेंक हो गये थे. क्योंकि कोई कितना भी मॉडर्न हो जाए अकेला पण तो रहता हे और मेरे जैसे हरामी लड़के इसी का फायदा उठाते हे. धीरे धीरे अब वह मेरी तरफ आकर्षित होने लगी थी.
बहार लंच करना हो या शोपिंग या फिर कही एक कपल के रूप में पार्टी में जाना हो तो उसे मेरा साथ चाहिए होता था. ऊपर से जब उसके साथ वाली उसे मेरे बारे में कहती और उसकी तारीफ करती की यंग लड़के के साथ घुमती हे यह सुन कर वह और मेरे तरफ आकर्षित होती थी, अब में आप लोगो को सीधे चुदाई की कहानी पर ले जाता हु.
हुआ यु की एक दिन में और नीलिमा चाट कर रहे थे और मेने जानबुज कर आय लव यु सेंड कर दिया. उसके बाद उसका कोई रिप्ले नहीं आया पर मुझे पता था की साली सेट तो हो गयी हे पर जो हुआ उसकी भी उम्मीद नहीं थी, १५ मिनिट के बाद मेरे फ्लेट की डोर बेल बजी और मेरे सामने नीलिमा खड़ी थी . मेने उसे अंदर बुलाया और
में : सोरी आंटी.
वह : यु हेव टू बी.
में : में दोबारा ऐसी गलती नहीं करूँगा.
वह : पर में तो चाहती हु की तुम हर रोज यह गलती करो.
और उसने मुझे एक कमिनी स्माइल दी, बस फिर क्या था मेने भी साली को दबोच लिया और उसके ओठो पे टूट पड़ा. वह भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.
हम एक दिसरे को ऐसे चूम रहे थे की जैसे हमारे बिच में सालो का खालीपन भरा हुआ था. मुझे यह भी पता नहीं चला की कब उसकी साडी का पल्लू निचे गिर गया था. मेने उसकी ब्लाउज और ब्रा को निकाल दिया और उसने मेरी टी शर्ट उतार दी. १५-२० मिनिट किस चुम्मा चाटी में बस आहा होह अहह ह ओइः हहो अहह आऊउम अमम उऔम मोह हहह ओह हहह आओ आय लव यु अहह ओग अहः ममं हो हहह यही आवाज आ रही थी.
जब हम दोनों अलग हुए तो दोनों का फेस पूरा लाल था और दोनों के ऊपर की बोडी पे कोई कपड़ा भी नहीं था. फिर मेने नीलिमा को बेड रूम में ले गया और बेड पे पटक दिया. अब मेने फिर से नीलिमा के होठो को खाना शुरू कर दिया और और एक हाथ दे उसके बूब्स दबा रहा था और दूसरा हाथ उसके पेटीकोट के अंदर से उसकी चूत पे ले गया.
नीलिमा ने कहा यह औऔम्म अहह घो अहह ह्ह्म्मा हां हम ममा और वह एकदम से सहम गयी थी, कई सालो के बाद उसके गुप्तांग को किसी ने छुआ था. वह पूरी तरह से मेरे आगोश में थी और एक मछली की तरह मचल रही थी. अब मेने उसकी साडी और पेटीकोट को निकाल के फेक दिया और अब दोनों ही नंगे थे. अब उसके बदन पे एक मंगलसूत्र था जो दोनों बूब्स के बिच में था और जो वह रंडी होने जो सबुत था. मेने अब उसकी चूत में अपनी दो उंगली डाल दी. आप ये कहानी, सेक्स रानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है। कहानी पढ़े और चुदाई का मजा लें। नीलिमा ने कहा आह माम्म हफ अह्ह्ह अमम्म दर्द आह होह अहह अहह ह अहह हो रहा हे अह होह अह हहो अहह अम्मं प्लीज़ धीरे प्लीज़ बेबी आम्म्म, नीलिमा को ये जरा भी अनुमान नहीं था की मेरी दो उंगली उसे उतना गरम कर देगी पर अब उसे पूर्ण आनंद की प्राप्ति हो रही थी. उसके चेहरे पे बहोत कामुकता भरी हुयी थी. वह अह ओह अह हहो अह हह ओःह हो अहह आयु ओह अहह मजा आ रहा हे अहः ओह अहह हक अह औउ कर रही थी., उसकी तडप मुझे भी गर्म कर रही थी. पर अभी तो ये आज के दिन की शुरुवात हे.
अब मेने अपना केमकोर्डर निकाला और रेकोर्डिंग शुरू कर दी.
नीलिमा : यह क्या अह ओह ह्ह्ह अ ओह हह्हो अहह आम बंद करो प्लीज़. नीलिमा बस बोल ही सकती ही क्यूंकि अब भी मेरी दो ऊँगली उसकी गर्म चूत में थी, मेने केमेरा अच्छे से लगाया ताकि मेरी छिनाल आंटी उसके फोकस में रहे. अब मेने दो की प्लेस पर तिन ऊँगली डाल दी.
वह कहने लगी अहह हो अहह ही अह हहो अहह औउ प्लीज़ इसे निकालो. में मर जाउंगी औउ अमम्मा मा आयी माँ प्लीज़ ना मा. नीलिमा अपने दर्द को बरदाश्त कर रही थी पर अब वी छटपटा गयी थी और इस तरह का अनुभव उसे पहली बार हुआ था. उसे पता था की उसका वीडियो बन रहा हे पर उसके ऊपर इतनी वासना भरी हुई थी की उसे अब कुछ भी नजर नहीं आ रहा था.
वह अह हो अहह हो अहह अम्म ओह अहह औऔ ओह अहह हहा कक कर रही थी, पुरे शबाब पे थी उसका अपने उपर से कंट्रोल हट गया था. तभी उसके बेटे प्रतिक का मुझे कोल आया. मेने स्पीकर मे लगाया.
प्रतिक : कैसा हे भोसड़ी के??
में : बस मस्त तेरी माँ चोद रहा हु.
मेने अपनी फिंगरिंग की स्पीड को तेज कर दिया.
नीलिमा अहः ओह अहह म माह हहो अहह अमम ह अहह ओह हां कर रही थी.
वह : अबे यह कोण हे, तू बजा रहा हे क्या किसी को?
में : हां, एक आंटी हे उसी को बजा रहा हु.
वह : शादीशुदा रंडी, सही हे भाई, लगा रह.
नीलिमा : अहः ओ फोन कट माँ प्लीज़ फोन कट करो.
प्रतिक : चल भाई तू लगा रह में बाद में बात करता हु, ठोक साली छिनाल को और उस छिनाल की एक पिक मुझे भी भेज देना.
में : बाय भाई.
अब मेने नीलिमा को मेरा लंड चूसने को कहा. अब वह मेरे गुलाम की तरह मेरा लोडा चूस रही थी और में उसकी पिक ले रहा था. थोड़ी देर के बाद मेने उसे लेटाया और अब बारी थी सच्चे प्रोग्राम की. मेने नीलिमा की गांड के निचे पिलो रखा और उसकी टाँगे अपने कंधे पर और लंड को चूत के पास लगाया और एक प्यार भरा धक्का दिया.
नीलिमा : अहः गोःह औऔ फ अहह अम्म्म ओफ्ह अह्ह्ह ओह अहह औउ अमम्म ओह आय्य्य अहः माँ धीरे धीरे प्लीज़ धीरे करो अहह ओह अहह हो अममाम माँ.
नीलिमा की आवाज मुझे गरम कर रही थी और अब वह धीरे धीरे मेरे लंड का स्वाद अपनी गुफा में ले रही थी. उसकी आहे मुझे अपनी मेहनत के रूप में दिख रही थी.
नीलिमा अहः गोःह औऔ फ अहह अम्म्म ओफ्ह अह्ह्ह ओह अहह औउ अमम्म ओह आय्य्य अहः अहः गोःह औऔ फ अहह लव यु अम्म्म ओफ्ह अह्ह्ह ओह अहह औउ अमम्म ओह आय्य्य अहः कर रही थी.
उसकी वासना आब पुरे चरम पर थी की तभी मेने अपना लंड उसकी गुफा से बहार निकाला.
नीलिमा : क्या हुआ रुक क्यों गये?
में : अब तू कुतिया बन जा.
नीलिमा तुरंत कुतिया बन गयी. मेने अब पीछे से उसके बाल पकडे और इस बार अपने पुरे जानवर को जगाया और उसके बाद.
नीलिमा : आह पोह अहह हो अहः अम्मामा माँ होह अहह हो अहह हो अहह धीरे बहुत पैन आहा ओह हहह ओह हो रहा हे औउ आओ आयी अमा माँ औऔ ओआओ माँ बस करो मा ऩा होहोह अहः इह हहह मम्म अहः ओह अहह हहो अहह और अचानक हम दोनों ही निढाल होके बेड पे लेट गये.
दोनों एसी रूम में थे और एकदम पसीने से तरबतर थे और सांसे तेज चल रही थी. १५ मिनिट तक में और वह ऐसे ही निढाल पड़े थे. फिर में उसके ऊपर से हटा और उसके बेक साइड की पिक लेके उसके बेटे को भेज दिया. आप ये कहानी, सेक्स रानी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है। कहानी पढ़े और चुदाई का मजा लें।
नीलिमा जब सीधी हुई तो उसका मंगलसूत्र उसके लेफ्ट बूब्स के निपल के पास था. बिंदी पिलो पे थी और सिंदूर फैला हुआ था. ऐसा लग रहा था की जैसे किसी रंडी की प्यास बुझी हो. वह जब उठ के बाथरूम का रही थी उसकी जांघ से मेरा वीर्य टपक रहा था. नीलिमा के फेस पे एक सेटिस्फेक्शन था.