फिर मैंने झट से अपनी बॉक्सर निकाल दी और अपने खड़े लंड को आजाद कर दिया. जैसे ही मैंने उसको बाहर निकाला वो अपनी लवर यानी कि नीलम की चूत को सलामी देने लगा था. इसके बाद फिर मैंने नीलम के पैर को अपने कंधों पर रखा और लंड को उसके चूत पर रगड़ने लगा…
हेल्लो दोस्तों! मैं अक्षय आपके लिए फिर से मेरी कहानी लेकर आया हूँ. उम्मीद करता हूँ कि मेरी पिछली कहानी की तरह यह भी आप सबको बहुत पसंद आएगी. आखिर में मेरी कहानी को जगह देने के लिए मैं अन्तर्वासना का तहेदिल से आभार व्यक्त करता हूँ.
ये कहानी तब की है जब मैं बीई के अपने पांचवें सेमेस्टर में था. मेरा कॉलेज औरंगाबाद में था. दिवाली का वक़्त था. आपको तो पता ही होगा कि इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स को छुट्टियां बहुत कम मिलती है. तो मैं दिवाली के बाद तुरंत औरंगाबाद चला गया. कॉलेज जाने के बाद मैंने अपने मामा की लड़की और मेरी गर्लफ्रेंड नीलम से फोन पर बात करने लगा.
बातों के दौरान उसने बताया कि उसके मम्मी – पापा यानि कि मेरे मामा और मामी भाई दूज के लिए उसके नानी के यहां जाने वाले हैं और 4-5 दिन बाद ही आएंगे. इसका फायदा उठाने के लिए मैंने मामा को उनका हाल-चाल जानने के बहाने फोन लगाया तो मामा ने कहा कि मैं ससुराल जाने वाला हूँ और नीलम घर पर अकेली रहेगी इसलिए अगर तुम्हें टाइम है तो नीलम का खयाल रखने के लिए आ जाओ.
मुझे तो बस यही चाहिए ही था. अब मैंने तुरंत ही अपना बैग पैक किया और निकल पड़ा. जाते समय मैंने नीलम के लिए गिफ्ट ले लिया.
दूसरे दिन मैं मामा के यहां पहुंच गया. नीलम ने दरवाजा खोला और फिर वो मुझसे लिपट गई. फिर मैंने उससे पूछा कि मामा कहां हैं? तो उसने बताया कि उनको गए आधा घंटा हो गया है और मैं कब से तुम्हारी राह देख रही हूँ.
वो इतना ही बोल पाई फिर मैंने जल्दी से दरवाजा बंद किया और उसको अंदर ले जाकर मैंने जोरदार तरीके से किस करना चालू कर दिया. फिर मैंने उसे वहीं फर्श पर लिटा दिया और जोर – जोर से किस करने लगा. वो भी मुझे अपने ऊपर लेकर मेरा पूरा साथ दे रही थी.
फिर मैंने एक – एक करके उसके और उसने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए. अब वो सिर्फ पैंटी में थी ओर मैं सिर्फ जींस में था. उसे जीन्स निकलना नहीं आया तो मैंने खुद ही अपना जीन्स उतार दिया और बॉक्सर में आ गया. अब मैंने उसकी पैंटी को भी निकाल दिया.
फिर मैंने उसको खड़ा करके उसकी नंगी चूत को चाटने लगा. नीलम के चूत मैं हलचल इतनी मची थी कि वो अपनी चूत से पानी निकालने के साथ – साथ खुद भी जमीन पर गिर पड़ी. फिर मैंने उसको प्यार से अपनी बाहों में उठाया और फिर उसको बहुत बड़े और मुलायम सोफ़ा पर लिटा दिया.
फिर मैंने झटसे अपनी बॉक्सर निकाल दी और अपने खड़े लंड को आजाद कर दिया. जैसे ही मैंने उसको बाहर निकाला वो अपनी लवर यानी कि नीलम की चूत को सलामी देने लगा था. इसके बाद फिर मैंने नीलम के पैर को अपने कंधों पर रखा और लंड को उसके चूत पर रगड़ने लगा.
इस वक़्त तक नीलम बहुत गरम हो गयी थी. फिर उसने पहली बार मेरे लंड को छुआ और मेरे लन्ड को अपने हाथ में लेकर चूत पर टिकाकर जोर देने लगी. अब मैंने भी उसे ज्यादा न सताते अपने लंड को उसकी चूत में डाल दिया.
उस वक़्त मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कि मैं आसमान में उड़ रहा हूँ और दुनिया की सबसे खूबसूरत लड़की मेरे साथ में है. मैं तो सपने में एकदम खो सा गया था कि नीलम के जोर – जोर से चिल्लाने की आवाजें आने लगी. अब मैंने झट से अपना मुंह उसके मुंह पर रख कर जोर – जोर से उसे किस करना चालू कर दिया.
अब नीलम झड़ने वाली थी. अब मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दी क्योंकि मैं भी छूटने वाला था. जैसे ही नीलम की चूत ने पानी छोड़ा उसके साथ ही मैंने भी नीलम के अंदर ही अपना पानी निकाल दिया. चूंकि आते वक़्त मैं I-Pill की गोलियां साथ लाया था तो टेंशन वाली कोई बात ही नहीं थी.
फिर थोड़ी देर हम साथ में ऐसे ही नंगे लेटे रहे और फिर जब वो उठी और बाथरूम में जाने लगी तो मैं भी उसके पीछे – पीछे हो लिया. फिर अंदर जाकर मैंने पीछे से उसके बूब्स पकड़ लिए और इसके बाद वहीं पर हमारा और एक राउण्ड चालू हो गया.
मैंने शॉवर को भी खोल दिया था. उसके नीचे नीलम और मैं एक साथ खड़े हो गए. मुझे तो ऐसा लग रहा था जैसे हम जन्नत में हों. फिर मैंने मेरा लंड नीलम की चूत में पीछे से डाल दिया. अब नीलम थोड़ा इधर – उधर होकर मेरे सामने आई और फिर मैं उसे किस करने लगा.
अब वो इतनी गर्म हो गई थी कि वो खुद ही मेरे ऊपर चढ़ने लगी. फिर मैंने उसको अपनी गोद में उठा कर उसकी चूत में लंड डाल कर चोदने लगा. अब करीब 15-20 बाद मैं उसकी चुत में ही झड़ गया.
इसके बाद हम दोनों ने एक – दूसरे को साफ किया और अब वो फिर से मेरे लंड के साथ खेलने लगी. तब मैं उसके लिए जो गिफ्ट लाया था, वो निकाला और उसे दे दिया. उस गिफ्ट को देख कर पहले तो नीलम गुस्सा लेकिन फिर थोड़ा मनाने के बाद खुश हो गयी.
गिफ्ट में मैंने पिंक और थोड़ा लाइट येलो कलर की बिकनी लाया था. फिर उसने मेरे सामने ही उस बिकनी को पहन लिया. इस बिकनी में वो एक दम अदिति राव हैदरी जैसी दिख रही थी. फिर मैंने उसको पास खींच लिया और मोबाइल से उसके बहुत सारे फोटो लिए और फिर किस करने लगा.
उसके बाद हमारा और एक राउंड चालू हो गया इस वक़्त तो नीलम एक दम उत्तेजित हो गई थी और लगातार आह आह इस्स इस्स की आवाजें निकाल रही थी. हम सेक्स में इतना एक – दूसरे के साथ इतना खो गए थे कि हमें पता ही नहीं चला कि नीलम की चूत थोड़ी और फट चुकी है और मेरा लंड दुखने लगा है.
हम लगभग 20 – 25 मिनट तक चुदाई करते रहे. उसके बाद हम मैं नीलम के ऊपर लेट कर हम कब सो गए हमें पता ही नहीं चला. जब मेरी नींद खुली तो मैंने देखा कि नीलम की चूत से खून थोड़ा बह रहा है. फिर मैंने उसको जगाया तो जागते ही दर्द से उसके आंखों से आसू आने लगे.
उसके आंसू देख कर मैं इतना इमोशनल हुआ कि मैंने तुरन्त ही ब्लेड से अपनी उंगली काट ली और अपने खून से नीलम की मांग भर दी. उस वक्त नीलम मुझसे लिपट कर रोने लगी और बोली – अक्षय, मैं तुम से बहुत प्यार करती हूँ, मैं तुम्हारे बगैर नहीं जी सकती हूँ.
उसके इतना कहते ही मेरी भी आंखों में आंसू आ गये. उसके बाद फिर हमने उस पूरे दिन को एन्जॉय किया. हम सेक्स करके बहुत थक चुके थे इसलिए दूसरे दिन हम मूवी देखने और घूमाने गए. फिर भी दूसरे दिन घूमने के बाद रात में हमने सेक्स किया और तीसरे दिन हम घर से बाहर ही नहीं निकले और पूरे दिन हम दोनों नंगे ही घर में रहे.
उस दिन मैं सुबह ही बाजार से फूलों की टोकरी खरीद लाया और फिर हमने हमारा बिस्तर फूलों से सजाया क्योंकि हमें सुहागरात मनानी थी. फिर हम लोगों ने लगभग पूरे दिन 5 – 6 बार सेक्स किया. चूंकि उसके बाद अगले दिन मामा आने वाले थे तो हमारी रात घर की साफ सफाई करने में निकल गई. उस दिन पहली बार रात को हम बिना सेक्स किये साथ ही सो गए.
आपको मेरी कहानी कैसी लगी? कृपया ईमेल करके अपनी राय मुझे जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी –