मेरी वजह से मेरी मां गैरों से चुदी

तब उसने भी मां की चूत जो पहले से ही खुली हुई थी, उसमें अपना लंड डालकर आगे – पीछे होने लगा, लेकिन वो तुरंत ही झड़ गया. मां अब बहुत थक चुकी थी तो वह नंगे ही बिस्तर पर लेट गई. फिर मैं जाकर मां को उठाया और पानी पिलाकर उनको कपड़े पहनाने लगा…

हेलो दोस्तों, मेरा नाम आशुतोष है और आज मैं आपको अपनी खुद की कहानी बताने जा रहा हूँ. मेरे घर में मेरी मम्मी और बस मैं ही रहता हूँ. हमारी मम्मी – पापा का कई साल पहले तलाक हो चुका है. उसके बाद वो मुझे लेकर दूसरे शहर आ गईं.

दोस्तों, मेरी मम्मी की शादी काफी कम उम्र में ही हो गई थी, इसलिये वो अभी भी काफी जवान और खूबसूरत हैं. उनका गोरा चिट्टा बदन और खूबसूरत चेहरा ऐसा कि उसे देख कर कोई भी ललचा उठे.

बात उन दिनों की है, जब मैं कालेज में पढ़ता था. तब मेरे कुछ दोस्तों ने मुझे नशे की लत लगा दी. शुरू में तो मैं पैसा दे देता था पर बाद में मुझ पर कर्ज हो गया. जो नशे के धंधे में लोग थे. अब वो मुझे डराने – धमकाने लगे थे. फिर मैंने उनसे कुछ समय की मोहलत मांगी और घर पहुंचने पर जब मम्मी ने पूछा तो मैंने डर से कुछ नहीं बताया.

मोहलत खत्म हुई पर पैसों का इंतजाम कहीं नहीं हुआ. उन लोगों ने मुझे उनके घर पर बुलाया और मारपीट करने के बाद गालियां देने लगे. मैंने उनके पैर पकड़ लिये और कुछ और समय मांगा तो उन लोगों ने कहा कि आखिरी बार जाने दे रहे हैं तुझे, अगली बार पैसै नहीं मिले तो तेरी माँ चोद देंगे.

मै घबराया हुआ घर पहुंचा, लेकिन माँ को कुछ नहीं बताया. जब फिर भी मोहलत खत्म हो गई और पैसो को इंतजाम नहीं हुआ तो वे मेरे घर पहुंचकर कर गाली – गलौज करने लगे और जान से मार देने की धमकी देकर चले गये. अब मुझे मजबूरी में मम्मी को सब कुछ बताना पड़ा.

यह सुन कर मम्मी बोली, “अगले दिन मैं चलूंगी और उन लोगों से बात करूंगी.” अगले दिन हम उनके घर गये. वो तीन लोग थे. एक का नाम सावंत था, जिसकी उम्र 39 साल की थी. दूसरे का नाम लाला था, जो लगभग 30 का होगा और तीसरे का नाम पप्पू था, जो लगभग 27 का था. मेरी मम्मी की अभी उम्र 36 की थी.

जब उन्होंने हमे देखा तो सावंत बोल पड़ा, “ले आया अपनी मां को.” मम्मी उन दोनों से बातें करने लगी और कहने लगी, “जाने दीजिये बच्चा है, धीरे – धीरे करके हम आपके पैसे लौटा देंगे.” तभी सावंत ने मेरी मां का बाल पकड़ कर खींचा और उनको चूमने की कोशिश करने लगा.

इसी बीच पप्पू मेरी मम्मी की कमर को सहलाने लगा. मम्मी उन्हें रोकने की कोशिश करने लगी. तभी लाला आकर मम्मी के बूब्स दबाने लगा. उन लोगों की आंखों ने वासना दिख रही थी. बूब्स के दबते ही मम्मी भी मचल उठीं. शायद सालों से अंदर दफन उनकी कामाग्नी जल उठी थी.

अब सावंत मां के होंठों को अपने होंठ में लेकर जोर – जोर से चूमने लगा. अब मां ने भी उसे अपना चुंबन दिया. उधर लाला ने मां की साड़ी हटाकर उनका ब्लाउज उतार दिया. मां ने ब्रा नहीं पहना था. जिससे उनके तने हुये बूब्स सबके सामने आ गये.

फिर सावंत ने अपनी शर्ट उतारी और सबको हटाकर मम्मी को अपने सीने से चिपका लिया और उनकी गर्दन चूमने लगा. दोनों एक – दूसरे से ऐसे गले मिल रहे थे, जैसे प्रेमी – प्रेमिका हों. अब मां की साड़ी उतारकर उसने पेटीकोट भी खोल दिया.

मैंने देखा कि मां की पैंटी पूरी तरह से भीगी हुई थी. फिर उसने दातों से मां की पैंटी उतारी और उनकी चूत को चूसने लगा. अब मेरी माँ भी सिसकारियॉ भरने लगी थीं. लाला मां के होंठों को चूम रहा था और पप्पू उनके बूब्स कक चूस रहा था.

ऐसा लग रहा था जैसे कि मां ने अब मेरी सुध ही भुला दी हो. अब मां भी पूरे जोश में थीं. अब उन्होंने सावंत से बोला, “अब और इंतजार नहीं होता, मेरी प्यास बुझा दो.”

इतना सुनना था कि सावंत मम्मी को गोद में उठाकर बेडरूम ले गया. लाला, पप्पू और मैं भी उनके पीछे – पीछे चला गया. उस दिन पहली बार मैंने अपनी मां को नंगा देखा था.

सावंत ने अब अपनी पैंट उतार दी. उसका लंड करीब 8 इंच का था. उसे देखते ही मां ने मुंह में ले लिया और चूसने लगी. उधर सावंत उनकी चूत में उंगली डाल कर हिलाने लगा. अब लाला और पप्पू ने भी अपने कपड़े उतार दिये थे.

अब सावंत लेट गया और मम्मी उसके लंड पर आकर बैठ गईं और एडजस्ट करने के बाद एक झटके में पूरा लंड अपने भीतर ले लिया और उपर – नीचे करने लगीं. मम्मी मदमस्त होकर चुद रही थीं, पर मैं ये सब पहली बार देख रहा था. अब लाला ने मम्मी के मुंह में लंड डाल दिया और पप्पू मम्मी के बूब्स पर अपना लंड रगड़ रहा था.

अब मम्मी पूरे जोश में थीं और ‘अ आ आह’ कर रही थीं. तभी सावंत ने मां को हटाया और सोफे पर जाकर बैठ गया. फिर मां भी सोफे पर जाकर उसकी जांघों पर बैठ गईं. करीब दस मिनट तक जोरदार सेक्स के बाद सावंत झड़ गया और उसका पूरा वीर्य मम्मी की चूत पर बह निकला, पर मैं मम्मी को देखकर हैरान था. वो अभी भी नहीं थकी थीं.

अब लाला ने मम्मी को कुतिया बनाया और पीछे से चोदने लगा. मम्मी अपनी आंखें बंद करके सिसकारियां ले रही थी. लाला की जांघ और मम्मी के हिप्स टकरा रहे थे. जिससे थप – थप की आवाज आ रही थी. अब उसने मम्मी को बिस्तर पर लेटाया और उनकी चूत में अपना लंड डालते हुये जोर – जोर से आगे – पीछे होने लगा.

मम्मी भी मजे में ‘आह आह’ कर रही थीं. कुछ देर के बाद वो भी झड़ गया. अब मां भी थक चुकी थी, लेकिन पप्पू अभी भी बचा था. पप्पू थोडा दुबला – पतला और कमजोर आदमी था.

वो मम्मी से बोला, “इन दोनों ने तेरी चूत फाड़ी है, लेकिन अब मैं तेरी गांड मारूंगा.” फिर वह पीछे से मां की गांड में लन्ड डालने की कोशिश करने लगा, लेकिन मां के गांड का छेद बहुत टाईट था और वो दुबला – पतला आदमी उसमें लंड नहीं डाल पाया.

तब उसने भी मां की चूत जो पहले से ही खुली हुई थी, उसमें अपना लंड डालकर आगे – पीछे होने लगा, लेकिन वो तुरंत ही झड़ गया. मां अब बहुत थक चुकी थी तो वह नंगे ही बिस्तर पर लेट गई. फिर मैं जाकर मां को उठाया और पानी पिलाकर उनको कपड़े पहनाने लगा.

तब सावंत बोला कि नशीली दवाओं से भी ज्यादा नशा तेरी मां के जिस्म में है, जा तेरा कर्जा माफ. यह सुन कर मैं खुशी से उछल पड़ा. फिर मैंने मां को उठाया और हम वहां से घर निकल गये.

घर पहुचने पर मां ने मुझे प्यार से पुचकारा और गले लगाकर प्यार करती हुई बोली, “मेरी कसम खा कि अब कभी दोबारा नशे के चक्कर में नहीं पड़ेगा.” इस पर मैंने भी हामी भर दी.

फिर मां ने पूछा तुझे कैसा लग रहा है. तेरा सारा कर्जा चुक गया. इस पर मैं बोला, “आपको कैसा लग रहा है?” तब मां मुझे सीने से लगाते हुये बोली कि बच्चों की गलती की मां – बाप को ही झेलनी पडती है और इसी बहाने मेरे प्यासे जिस्म की आग भी बुझ गई.

उसके बाद मम्मी घर का काम करने चली गई और मैं भी अपने काम में व्यस्त हो गया. आप सबको मेरी यह कहानी कैसी लगी? मुझे मेल करके जरूर बताएं. मेरी मेल आईडी