पत्नी और साली को एक साथ चोदा

hindi chudai ki kahani

मेरा नाम गौरव है मैं पटना का रहने वाला हूं, मेरी उम्र 30 वर्ष है और मेरी शादी को एक वर्ष हुआ है। मेरी पत्नी का नाम संगीता है और हम दोनों के बीच में बहुत प्रेम है। यह शादी हमारे घर वालों की मर्जी से हुई है। जब मैंने पहली बार संगीता को देखा तो उसके बाद से ही मैं संगीता से बात करने लगा था। मैंने संगीता का नंबर भी उसकी बहन से लिया, उसकी बहन का नाम काजल है और वह अभी कॉलेज में पढ़ रही है। मैं जहां जॉब करता हूं उसके पास ही काजल का भी कॉलेज है इसलिए मैंने उससे ही संगीता का नंबर लिया था और जब हम दोनों की बातें होने लगी तो काजल भी मुझसे बात किया करती थी। संगीता और मेरे बीच में बहुत ही ज्यादा प्रेम है। शादी के बाद से मेरा उसके साथ कभी भी कोई झगड़ा नहीं हुआ क्योंकि मेरे पास इतना समय नही है और ना ही उसके पास समय हो पाता है। वह घर के काम में ही लगी रहती है और एक बार संगीता ने मुझे कहा कि आज तुम मुझे बाजार लेकर चलना, हमने काफी वक्त से अपने लिए कुछ नया नहीं लिया था इसलिए वह चाहती थी कि मैं उसके साथ बाजार जाऊं।

मैंने उसे कहा ठीक है मैं ऑफिस से जल्दी आ जाऊंगा और उसके बाद हम लोग चल पड़ेंगे। उस दिन जब मैं ऑफिस गया तो मुझे ऑफिस से आने में बहुत लेट हो गई और हम लोग उस दिन बाजार नहीं जा पाए। संगीता उस दिन मुझसे बहुत गुस्सा हो गई और मैंने उसे कहा कि मुझे ऑफिस में काम था इस वजह से मैं समय पर नहीं आ पाया लेकिन संगीता कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थी, वह मुझसे बहुत गुस्सा हुई। मुझे यह बात बहुत बुरी लगी क्योंकि संगीता कभी भी मेरे साथ इस प्रकार से गुस्सा नहीं हुई थी। वह काफी दिनों तक मुझसे गुस्सा रही, वह मुझसे बिल्कुल भी बात नहीं कर रही थी। एक दिन वह गुस्से में ही अपने मायके चली गई और जब वह अपने मायके गई तो मैंने संगीता को फोन किया लेकिन उसने मेरा फोन नहीं उठाया। उसके बाद मैंने काजल को फोन किया लेकिन काजल भी मेरा फोन नहीं उठा रही थी। मैं भी अपने काम में व्यस्त था इसलिए मैं संगीता के घर नहीं जा पाया लेकिन मैंने उस दिन अपने ऑफिस से छुट्टी ले ली और उसके बाद मैं अपने ससुराल चला गया।

जब मैं अपने ससुराल गया तो संगीता मुझसे बहुत गुस्सा थी, मैंने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन वह मुझसे बात नहीं कर रही थी। मैंने उसे कहा यह तो बहुत ही छोटी सी बात है यदि तुम इतनी छोटी-छोटी बातों को अपने दिल पर लेती रहोगी तो मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगेगा। कुछ देर बाद काजल आ गई और काजल को मैंने सारी बात बताई तो काजल कहने लगी कि जब आप दोनों के बीच में इतना अच्छा प्रेम है तो आप लोग आपस में झगड़ा क्यों करते हो। मैंने उसे सारी जानकारी दी तो उसके बाद उसने अपनी बहन को ही कहा कि तुम्हें इस प्रकार से नहीं करना चाहिए था। उसके बाद संगीता मुझसे बात करने लगी थी और कुछ देर बाद उसकी मां भी आ गई। मेरे ससुर का देहांत काफी समय पहले ही हो चुका था, मेरी सास ने ही संगीता और काजल को पाल पोस कर बड़ा किया है। जब वह आई तो वह मुझसे पूछने लगी कि क्या तुमने संगीता के साथ झगड़ा किया था, मैंने उनसे कहा कि आप इस बारे में संगीता से ही पूछ लीजिए। जब उन्होंने संगीता से पूछा तो संगीता ने कहा कि अब हम दोनों बात करने लगे हैं, मेरे सास कहने लगी कि चलो इस बहाने आप हमारे घर पर तो आए, नहीं तो आप कभी भी हमारे घर पर नहीं आते। मैंने उन्हें कहा कि मुझे बिल्कुल भी वक्त नहीं मिल पाता इसीलिए मैं आपके घर नहीं आ पाता। अब हम लोग साथ में बैठकर बातें कर रहे थे और काजल भी हमारे साथ ही बैठी हुई थी। कुछ देर बाद मेरी सासू अपने कमरे में चली गई और वह आराम करने लगी। मैं भी काफी समय बाद अपने ससुराल आया था इसलिए मैं भी यही सोच कर आया था कि मै वहीं रुकूँगा। मैंने काजल से पूछा कि क्या तुमने कोई लड़का पसंद नहीं किया, वह कहने लगी हां मैंने एक लड़का पसंद किया है और हम दोनों शादी करने वाले हैं। मैंने उससे पूछा कि क्या तुमने इस बारे में अपनी मां से बात की, वह कहने लगी कि नहीं मैंने इस बारे में अपनी मां से बात नहीं की। मैंने जब काजल से कहा कि तुम मुझे अपने बॉयफ्रेंड से कब मिला रही हो तो वह कहने लगी कि मैं आपको जल्दी ही अपने बॉयफ्रेंड से मिलवा दूंगी।

हम तीनो ही साथ में बैठे हुए थे। संगीता और मैं बातें कर रहे थे संगीता को भी अब अपनी गलती का एहसास हो गया था। वह मेरे साथ बैठ कर मुझे कह रही थी कि मुझे भी आपकी बात पर गुस्सा नहीं होना चाहिए था। मैंने संगीता को समझाया और कहा कि यदि तुम इस प्रकार से छोटी-छोटी बातों को अपने दिल पर लेती रहोगी तो इससे हम दोनों के रिलेशन में ही दिक्कते पैदा होंगे। अब वह इस बात को समझ चुकी थी और मुझे कहने लगी कि मैं आज से कभी भी आपके साथ इस प्रकार से झगड़ा नहीं करूंगी। मैंने भी संगीता को गले लगा लिया और कहा कि मैं भी तुमसे यही उम्मीद करता हूं कि तुम कभी भी मुझसे झगड़ा ना करो। यह बात संगीता को भी बहुत अच्छे से पता है कि मैं उसे बहुत ज्यादा प्यार करता हूं और मुझे भी मालूम है कि संगीता भी मेरे बिना बिल्कुल नहीं रह सकती। काजल मुझे कहने लगी कि चलो अब आप दोनों में बात हो चुकी है तो आज आप मुझे अपनी तरफ से एक छोटी सी ट्रिट देंगे, मैंने उसे कहा ठीक है। वह मुझे कहने लगी कि हमारे घर के पास में ही एक बहुत अच्छा रेस्टोरेंट खुला है, वहां पर काफी भीड़ भी रहती हैं हम लोग शाम के वक्त वहीं पर चलेंगे।

मैंने काजल से कहा ठीक है हम लोग शाम को पैदल ही वहां चलेंगे। वह कहने लगी ठीक है वैसे भी वह ज्यादा दूर नहीं है इसलिए हम लोग वहां पैदल ही चलेंगे। अब हम लोग बैठ कर बात कर रहे थे। कुछ देर मैंने आराम भी किया उसके बाद हम लोग शाम को रेस्टोरेंट में चले गए। जब मैं उस रेस्ट्रोरेंट में गया तो वहां का माहौल काफी अच्छा था। वहां धीमी धीमी आवाज में गाने चल रहे थे और उस रेस्टोरेंट में काफी भीड़ भी थी। हम लोग साथ में ही बैठे हुए थे। संगीता और मैं आपस में बात कर रहे थे, काजल मुझसे पूछने लगी कि आप लोगों की शादी को एक वर्ष हो चुका है और इस एक वर्ष में आप लोगों को एक दूसरे के साथ रहना कैसा लगा। मैंने उसे कहा कि मैं तो संगीता के बिना एक पल भी नहीं रह सकता, उसके बाद संगीता ने भी कहा कि मैं भी गौरव के बिना नहीं रह सकती। काजल मुझे कहने लगी कि आप दोनों के बीच में बहुत प्यार है। उसके बाद हम लोगों ने मैनू कार्ड से ऑर्डर किया और हम लोगों ने वहां पर काफी अच्छा समय बिताया। उसके बाद हम लोग घर वापस आ गए। जब हम लोग घर वापस आए तो हम लोग साथ में ही बैठकर बात कर रहे थे फिर मैंने संगीता से कहा कि मैं रूम में आराम कर रहा हूं। उसके बाद मैं रूम में चला गया और कुछ देर मैं अपने मोबाइल में ही लगा रहा। मैं मोबाइल में अपनी शादी की तस्वीरें देख रहा था, मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जब मैं अपनी पुरानी यादों को ताजा कर रहा था। काजल और संगीता भी दूसरे रूम में बैठे हुए थे और वह दोनों ही बात कर रहे थे। मुझे उनकी आवाज साफ-साफ सुनाई दे रही थी। मैं जब दूसरे कमरे में गया तो वह दोनों ही नंगी लेटी हुई थी और एक दूसरे की चूत में उंगली डाल रही थी। मैंने जब यह देखा तो मेरा मूड खराब हो गया और जब उन्होंने मुझे देखा तो वह दोनों ही अपने कपड़े पहनने की कोशिश करने लगी लेकिन मैंने भी अपने लंड को बाहर निकाल लिया। काजल मेरे लंड को चूसने लगी और मैंने संगीता से पूछा कि तुम दोनों यह क्या कर रहे हो वह कहने लगी हम दोनों को एक दूसरे की चूत मे उंगली डालने में बड़ा मजा आता है। काजल अब भी मेरे लंड को सकिंग कर रही थी और बहुत अच्छे से मेरे लंड को चूस रही थी। उसे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था और मैंने भी थोड़ी देर बाद काजल की योनि के अंदर अपने लंड को डाल दिया।

जब मैं उसको चोद रहा था तो उसे बहुत अच्छा महसूस हो रहा था और वह चिल्ला रही थी। वह मेरा पूरा साथ दे रही थी और अपने दोनों पैरों को चौड़ा कर रही थी। उसकी योनि बहुत ज्यादा टाइट थी इसलिए मुझे उसे चोदने में बहुत मजा आ रहा था और मैं उसे झटके देने पर लगा हुआ था। काजल कहने लगी आप तो बड़े ही अच्छे से मुझे चोद रहे हो मेरा बॉयफ्रेंड तो मुझे बिल्कुल भी अच्छे से नहीं चोदता। मुझे इतना मजा आने लगा की मेरा वीर्य जल्दी गिर गया। मैने उसके बाद संगीत की गांड को कुछ देर चाटते हुए जैसे ही मैंने अपने लंड को संगीता की गांड के अंदर डाला तो वह चिल्लाने लगी। मैं उसे बड़ी तेज गति से झटके दिए जा रहा था उसकी गांड से खून आने लगा था वह कहने लगी कि तुमने तो मेरी गांड से खून निकाल कर रख दिया है। मैंने उसे कहा कि मुझे तुम्हारी गांड मारने में बहुत मजा आ रहा है यदि मैंने तुम्हारी गांड पहले ही मार दी होती तो शायद तुम मुझसे झगड़ा नहीं करती। वह कहने लगी आज के बाद तुम मेरी गांड मारना क्योंकि मुझे भी अपनी गांड मरवाने में बहुत मजा आ रहा है। काजल अपनी चूत के अंदर उंगली डाल रही थी उसे भी मजा आ रहा था। मैं संगीता को बहुत अच्छे से झटके दिए जा रहा था जैसे कि मेरा माल उसकी गांड में गिर गया तो संगीता ने मेरे लंड को अपने मुंह में ले लिया और अच्छे से चूसने लगी। जब वह नीचे बैठकर मेरे लंड को चूस रही थी तो उसकी गांड से सारा वीर्य बाहर की तरफ टपक रहा था। कुछ देर बाद काजल उसकी गांड चाटने लगी और उसने सारे माल को अच्छे से चाटा।