स्कूटर सिखा कर बनाया काम भाग – 1

आंटी आई और उसने मुझे अंडरवियर में देख लिया. मैंने भी बहुत चतुरता से मेरा लंड खड़ा करके रखा था. शायद उन्होंने उसे भी देख लिया था. फिर वो स्वीट डिश रख कर फटाक से बाहर निकल गईं. मुझे लगा था कि शायद अब मुझे मौका मिलेगा लेकिन अब मेरे इरादों पर पानी फिर गया…

हेलो दोस्तों! मेरा नाम तरुण हैं और मैं अहमदाबाद का रहने वाला हूँ. मैं 23 साल का अच्छा पढ़ा लिखा हूँ और वेल सैटल्ड भी हूँ. आप सभी ने मेरी कहानी पढ़ी है. यह मेरा रियल लाइफ सेक्स एक्सपीरियंस है जो आज मैं आप के साथ शेयर कर रहा हूं.

अब मैं स्टोरी पर आता हूँ. दोस्तों यह कहानी 2 हफ्ते पहले की है. यह स्टोरी एक गुज्जू आंटी की है जिसका नाम मिसेज मेहता है. उनकी उम्र लगभग 37 साल है और उसके दो लड़के हैं. वह बहुत गोरी है. ऐसी कि हाथ पकड़ लो तो लाल हो जाए.

अब मैं मिसेस मेहता के बारे में थोड़ा और बताता हूँ. उनके हसबैंड बिजनेस मैन हैं. वे सुबह ही काम पर चले जाते हैं और रात को देर से घर आते हैं. आंटी का फिगर 36-34-40 का है. आंटी की गांड बहुत बड़ी है और बहुत नशीली भी है. वैसे अगर आप उसे देखो तो छूने का मन करेगा और फिर आप मास्टरबेट करना चाहेंगे. क्योंकि वह इतनी मस्त दिखती है कि मैं शब्दों में नहीं बयान कर सकता.

मैं आंटी के पीछे बहुत वक्त से लगा हुआ था और उन पर कुत्ते की तरह नजर रखता था कि कब मुझे उसे चोदने का चांस मिले. लेकिन वक्त नहीं आ रहा था. एक दिन की बात है आंटी हमारे घर पर आ रही थी.

दोस्तों, वह हमारी ही बिल्डिंग में तीसरे माले पर रहती थी और मैं पहले माले पर रहता हूँ. उनको अपने घर की तरफ आते देख कर मैंने घर का मेन दरवाजा ओपन रखा और बेल का स्विच ऑफ कर दिया ताकि वह दरवाजा खोल कर सीधे मुझे ढूंढने को आ जाएं.

अब वैसा ही हुआ. मैं किचन में सिर्फ अंडरवियर पहने आमलेट बनाने का नाटक कर रहा था. तभी वह पीछे से एक स्वीट डिश लेकर आ गई. तभी मेरी नज़र उन पर पड़ी. दोस्तों, क्या बताऊं आपको कि वह कितनी मस्त लग रही थी!

आंटी आई और उसने मुझे अंडरवियर में देख लिया. मैंने भी बहुत चतुरता से मेरा लंड खड़ा करके रखा था. शायद उन्होंने उसे भी देख लिया था. फिर वो स्वीट डिश रख कर फटाक से बाहर निकल गईं. मुझे लगा था कि शायद अब मुझे मौका मिलेगा लेकिन अब मेरे इरादों पर पानी फिर गया.

फिर मैं उसे टच करने और चोदने के बहाने के बारे में सोचने लगा था. वैसे दोस्तों, एक बात सही है कि अगर आप किसी के बारे में सोचो तो वह चीज आप को मिल ही जाती है.

एक दिन मिस्टर मेहता ने मुझे कॉल किया. पहले तो मैं डर गया कि आंटी ने कुछ बताया न दिया हो. इसलिए मैंने एक बार तो फोन नहीं उठाया. तो उन्होंने मुझे मेसेज किया ‘विकी, कॉल मी अर्जेंट’. दोस्तों, मैं डर गया कि पता नहीं क्या हुआ होगा? लेकिन फिर मैंने कॉल किया तो उन्होंने कहा कि अरे विकी कहां हो तुम?

मैं बोला, “अंकल, मैं बाइक चला रहा था तो फोन नहीं पिक कर सका”. तो उन्होंने कहा, “चलो कोई बात नहीं”. यह सुन कर मैं थोड़ा रिलैक्स हुआ. फिर मैंने उनसे पूछा कि क्या हुआ अंकल, आपने कॉल क्यों किया था? तो उन्होंने कहा, “विकी, मैंने एक्टिवा बुक की है और आज उसकी डिलीवरी मिलने वाली है और आज मुझे आने में थोड़ा लेट हो जाएगा तो क्या आंटी के साथ रिसीव करने जाओगे? क्योंकि तुम्हारी आंटी को एक्टिवा चलाना नहीं आता है.”

अब मुझे भला क्या दिक्कत हो सकती थी तो मैं तुरन्त तैयार हो गया और बोला कि ठीक है अंकल, मैं चला जाऊंगा.

फिर शाम को आंटी मेरे घर आई और हम दोनों साथ – साथ ऑटो पकड़ कर शोरूम चले गए. अंडरवियर कांड के और उस दिन के बीच करीब 10-12 दिन का गैप था और उस दिन के बाद मैं पहली बार आंटी के सामने गया था. सामने क्या गया था उनके साथ अकेले कहीं जा रहा था. वह ऑटो में मेरे बाजू में बैठी थी और उन्होंने सेक्सी कपड़े पहन रखजे थे. उनको ऐसे अपने पास बैठा देख कर मेरा तो फिर से खड़ा हो गया.

फिर हम शोरुम पहुंच गए और मैंने एक्टिवा ले ली और फिर मैंने सब डाक्यूमेंट्स चेक किये और सब फिटिंग वगैरह देख लिया. फिर उसके बाद एक्टिवा की चाबी मैंने आंटी को दे दी. तो आंटी बोली, “मैं क्या अचार डालूं इस चाबी का? चलानी तो तुम्हे ही है”.

यह सुन कर मैं खुशी से पागल हुआ जा रहा था. फिर मैंने स्कूटी को सेल्फ मारी यॉर्कआंटी मेरे पीछे बैठ गईं. क्या बताऊं दोस्तों, उस समय क्या फीलिंग थी! आंटी की गांड एक तो वैसे भो बड़ी है और मैंने भी मस्ती कर दिया. मैं जितना पीछे हो सका उतना पीछे बैठा था. फिर उसने अपना राइट हैंड मेरे कंधे पर रखा और एक हाथ से पीछे गार्ड को पकड़ लिया.

लेकिन आंटी बहुत शाणी थी वो अपने बूब मुझसे टच करने नहीं दे रही थी. मैं बार – बार ब्रेक भी मार रहा था पर कुछ नहीं हो रहा था. तो उस दिन सिर्फ गांड का मजा लिया. फिर घर पर आ कर उसने पूजा की और मुझे मिठाई दी. फिर जब अंकल रात को आये तो उन्होंने मुझे बुलाया और बोले, “थैंक यू विकी, जो तुमने मेरे लिए अपना टाइम खर्च किया”.

फिर थोड़ी देर रुक कर बोले, “तुमसे एक रिक्वेस्ट और है प्लीज़ उसे भी मना मत करना”. तो मैं बोला कि बोलिए ना अंकल क्या काम है. तो वह बोले कि देख विकी, मैं पूरा दिन घर पर नहीं रहता हूँ और मेरे पास कार है. मैं बोला, “हां, अंकल वह तो मालूम है”. तो वह बोले कि तुम आंटी को प्लीज स्कूटी चलाना सिखा दो.

अब मेरी आंख खुली की खुली रह गयी. फिर मैंने कहा, “ठीक है अंकल, मुझे जैसे ही टाइम मिलेगा मैं सिखा दूंगा”. तो आंटी बीच में बोल पड़ीं, “क्यों न हम कल से ही स्टार्ट करें? तो मैं बोला, “ठीक है”.

अगले दिन रात के 9 बजे थे, मेरी दरवाजे की बेल बजी. जब मैंने देखा तो आंटी सामने थी. उसने आज ब्लू टॉप और व्हाईट लेगी पहनी हुई थी. मैं उन्हें देख कर खुश हुआ. फिर वह बोली, “चलो मास्टर जी, आज स्कूल का पहला दिन है”. मैं बोला, “ठीक है, मैं चेंज करके आता हूँ”.

अब मैंने जींस और टी शर्ट पहन कर नीचे गया और एक्टिवा निकाली और सोसायटी से थोड़ा दूर जहां कोई भीड़ नहीं हो आंटी को ऐसी जगह ले गया और फिर मैंने उनको बोला कि आप आगे आ जाओ. तो वह बोली, “मुझे कुछ नहीं आता विकी, प्लीज थोड़ा संभालकर”.

फिर मैंने उनको हेलमेट पहनने को कहा और मैं स्कूटी की पिछली सीट पर जा बैठा. एक्टिवा की हैंडल को मैंने आंटी को पकड़ा दिया था लेकिन संभालने के लिए मैंने भी पकड़ रखा था. बहुत मज़ा आ रहा था. कितनी बार जो मैं सिर्फ सोचा करता था वह आज रियल में मेरे साथ हो रहा था.

फिर मैं धीरे – धीरे आगे बढ़ा और पीछे से मेरा लंड आंटी की गांड पर टच करने लगा, या कभी – कभी ब्रेक लगाने के बहाने आंटी के बूब्स को भी प्रेस कर देता था. लेकिन आंटी ने कभी इस बात का विरोध नहीं किया था.आब शायद उन्हें भी कुछ – कुछ मज़ा आने लगा था.